राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान वाले क्षेत्र के प्रत्याशियों के नामांकन का शुक्रवार को आखिरी दिन था. कई प्रत्याशियों ने नामांकन के आखिरी दिन नामांकन भरा. इस बीच राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरी लक्ष्मी साहू ने भी नामांकन दाखिल किया है. इसके बाद निर्दलीय प्रत्याशी ने शराबबंदी को लेकर रैली निकाली.
निर्दलीय प्रत्याशी लक्ष्मी साहू ने दाखिल किया नामांकन: रैली निकालने के बाद लक्ष्मी साहू ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, "कांग्रेस और भाजपा दोनों की सरकार में शराबबंदी को हल्के में लिया गया. आज छत्तीसगढ़ में हालात बद से बदतर हैं. किसी भी पार्टी ने शराबबंदी पर लगाम नहीं लगाया. महज धरना प्रदर्शन किया है. एक मातृ शक्ति संगठन है, जो पूरे छत्तीसगढ़ में अपराध को खत्म करने के लिए आगे आई है. आरक्षण की बात तो की गई थी. हालांकि 12-14 महिलाओं को ही दोनों पार्टियों ने टिकट दिया है. अभी भी बराबरी का अधिकार नहीं दिया गया. इसलिए मैं राजनांदगांव क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हूं. छत्तीसगढ़ को अपराध मुक्त करने का संकल्प हमने लिया है. इसकी शुरुआत राजनांदगांव से की जा रही है. इसके अलावा विकास के साथ व्यक्तित्व का भी विकास जरूरी होता है. क्योंकि व्यक्ति है, तो विकास है."
बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के नामांकन की 20 अक्टूबर को आखिरी तारीख थी. सभी ने अपना-अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. कई क्षेत्रों से निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव में लोकल मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं. साथ ही जीत का दावा भी कर रहे हैं. इस कड़ी में मातृ शक्ति संगठन से निर्दलीय प्रत्याशी लक्ष्मी साहू ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. ये पूर्ण शराबबंदी मुद्दे को लेकर चुनावी मैदान में उतरी हैं.