सरगुजा: छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव में अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र में चुनाव रोचक हो गया है. भाजपा कांग्रेस दोनों ही दलों ने युवाओं को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है.
कांग्रेस ने उतारा युवा प्रत्याशी: कांग्रेस ने एक 23 साल की युवती मेघा खांडेकर को अपना पार्षद प्रत्याशी बनाया है. महज 23 साल की उम्र में पार्षद का चुनाव लड़ रही मेघा खांडेकर का कहना है कि वह नई जरूर हैं, लेकिन बचपन से ही अपने रिश्तेदारों को वार्ड में काम करते देखा है. अब मां महामाया के आशीर्वाद से संगठन ने मौका दिया है.
एक युवा होने के नाते, अगर मैं पार्षद बन गई तो सड़क नाली से हटकर भी विकास के काम होंगे-मेघा खांडेकर, पार्षद प्रत्याशी, कांग्रेस
युवा प्रत्याशियों के दावे: कांग्रेस ने एनएसयूआई के हिमांशु जायसवाल, शुभम जायसवाल, सुशील कसेरा, सतीश बारी जैसे युवाओं को भी प्रत्याशी बनाया है. एनएसयूआई कोटे से निकाय चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी बने हिमांशु जायसवाल कहते हैं "वार्ड में रोड, नाली जैसी मूलभूत जरूरत तो नगर निगम पूरी करता ही है. मैं एक युवा हूं और लंबे समय तक छात्र राजनीति किया हूं.''
अगर मैं पार्षद बना तो मेरे वार्ड की जनता को समस्या बताने पार्षद या नगर निगम में नहीं जाना पड़ेगा. एक एप्लिकेशन बनाया जा रहा है, जिसमें वार्ड की जनता अपनी शिकायत घर बैठे कर सकेगी. इसके अलावा वार्ड के छात्रों को नि:शुल्क फार्म भरने की सुविधा पार्षद कार्यालय में रहेगी-हिमांशु जायसवाल, पार्षद प्रत्याशी,कांग्रेस
युवा प्रत्याशियों ने बदला चुनावी माहौल: खास बात यह है कि युवाओं को मैदान में उतारने से चुनावी माहौल ही बदल गया है. निकाय चुनाव में सड़क, नाली, बिजली, पानी के मुद्दों के बजाए अब वार्ड स्तर पर शिक्षा और रोजगार पर बात हो रही है. ये नौजवान नेता वार्ड की सड़क, बिजली, पानी जैसी समस्याओं पर बात करने के साथ शिक्षा, आधुनिकीकरण और रोजगार पर बात कर रहे हैं.
जानकारों का भी मानना है कि शहर सरकार में जब युवा पहुंचेंगे तो शहर के विकास के तरीके भी बदले नजर आएंगे. फिलहाल चुनाव प्रचार भी बदल चुका है. ये युवक वार्ड मीटिंग और भाषण बाजी से हटकर लोगों के घरों में बैठकर सीधा संवाद कर रहे हैं और उनकी समस्याओं और अपने विजन पर चर्चा कर रहे हैं.
सरगुजा में मतदाता और मतदान केंद्र: सरगुजा जिले में नगरीय निकाय चुनाव के लिए कुल 1 लाख 34 हजार से ज्यादा और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 5 लाख 42 हजार से ज्यादा मतदाता हैं. नगरीय निकायों में मतदान केंद्र 173 और पंचायत चुनाव के लिए 1099 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
प्रचार प्रसार में तेजी: छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव 2025 के लिए प्रत्याशियों ने कमर कस ली है. 31 जनवरी को नाम वापसी के बाद प्रचार प्रसार में और तेजी आएगी. 11 फरवरी को निकाय चुनाव के लिए वोटिंग होनी है.