राजनांदगांव : घुमका थाना क्षेत्र के कलडबरी पेट्रोल पंप में एक अज्ञात युवक का शव मिला था.जिसकी मौत की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है.इस केस में पुलिस ने हत्या के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन्हीं आरोपियों ने हत्या के बाद शव को कलडबरी पेट्रोल पंप के सीमेंट चैंबर के अंदर छिपाया था. आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में हत्या करने की वजह भी पुलिस को बताई है.
किसकी हुई थी हत्या ?: कलडबरी में जिस युवक का शव पुलिस ने बरामद किया था. उसका नाम अशोक वर्मा है. अशोक पेशे से राजमिस्त्री का काम करता था.पुलिस ने जब पड़ताल की तो पता चला कि शव मिलने के दो दिन पहले अशोक वर्मा को कुछ दिन पहले दो व्यक्तियों के साथ देखा गया है.पुलिस ने जानकारी मिलने पर अशोक वर्मा से मिलने जुलने वालों की सूची इकट्ठा की. जिसमें पुलिस को सफलता मिली.
क्यों की गई थी हत्या ? : अशोक वर्मा घुमका थाना क्षेत्र के रुपधर गोस्वामी के घर खैरा गांव में काम पर लगा था. रुपधर गोस्वामी खुद का मकान बना रहा था. इसी दौरान रुपधर के घर से सोने के झुमके चोरी हो गए.परिवार ने झुमके चोरी करने का आरोप अशोक पर लगाया.इस दौरान अशोक और रुपधर में विवाद भी हुआ.जिसके बाद अशोक ने रुपधर के घर काम पर जाना बंद कर दिया.इसी बीच रुपधर ने अपने साथी रेखालाल साहू के साथ मिलकर अशोक को शराब पीने के लिए बुलाया.अशोक भी दोनों के बुलाने पर चला गया. कलडबरी में बैठकर तीनों ने शराब पी.इसके बाद झुमके वाली बात पर विवाद शुरु हुआ.इसी विवाद में रुपधर और रेखालाल ने मिलकर अशोक की हत्या कर दी.
''रुपधर गोस्वामी खैरा गांव में घर बना रहा था.जिसमें अशोक वर्मा मिस्त्री का काम कर रहा था.रुपधर गोस्वामी की पत्नी ने अपने झुमके चोरी करने का इल्जाम अशोक वर्मा पर लगाया.इसके बाद रुपधर गोस्वामी और रेखालाल ने अशोक वर्मा के साथ मिलकर शराब पी.इस दौरान दबाव बनाया.इस दौरान तीनों के बीच विवाद हुआ.इसी बीच रुपधर ने अशोक वर्मा का गला दबा दिया,इसी बीच रेखालाल ने अशोक के सिर पर पत्थर मार दिया.जिसमें उसकी मौत हो गई.कलडबरी में हत्या के बाद बॉडी को पेट्रोल पंप के चैंबर में छिपाकर टिन से ढंक दिए थे.'' लखन पटले, एएसपी
आपको बता दें कि अशोक वर्मा की गुमशुदगी की रिपोर्ट 20 अगस्त को थाने में दर्ज हुई थी.वहीं पुलिस ने जब शव बरामद किया तो शक की सुई करीबियों पर ही घूमी.आखिरकार अशोक के कातिल आज सलाखों के पीछे हैं. इस हत्याकांड को सिर्फ झुमका चोरी के शक में अंजाम दिया गया.