राजनांदगांव: राजनांदगांव में जनहित के कार्यों को सबसे पहली प्राथमिकता दी जाएगी. जनता से ऊपर कोई भी अधिकारी नहीं है. जनता के कामों को लेकर विभागीय अधिकारियों को संवेदनशील होना पड़ेगा. जनता से जुड़ी शिकायतें और उनकी मांगों को ध्यान में रखकर विभाग के हर अधिकारियों को काम करना होगा. मीडिया से रुबरु होते हुए कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने स्पष्ट तौर पर अधिकारियों को संकेत दिए हैं.
राजनांदगांव कलेक्टर ने पदभार ग्रहण करने के बाद मीडिया से चर्चा की. कलेक्टर ने कहा कि जिले को लेकर उनकी पहली प्राथमिकता जनहित के कामों को करना है. उन्होंने कहा कि संस्कारधानी राजनांदगांव की पहचान साहित्य और खेल के रूप में रही है. उनकी पहली कोशिश रहेगी कि दोनों ही क्षेत्रों में जिले का नाम रोशन होता रहे. उन्होंने कहा कि पदभार ग्रहण करने के बाद वर्तमान में सबसे बड़ी चुनौती कोरोना वायरस के संक्रमण को जिले में फैलने से रोकना है. इसके लिए वह माइक्रो प्लानिंग के तहत काम करेंगे ज्यादा से ज्यादा संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीनेशन पर जोर दिया जाएगा.
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रोजगार को लेकर उठाए जाएंगे प्रभावी कदम
कलेक्टर ने कहा कि कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जिले में किए गए लॉकडाउन से गरीब तबके के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. खासकर छोटे व्यापारी और दुकानदार ऐसे लोगों को काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है. इसलिए आने वाले समय में छोटे व्यापारी और दुकानदारों के लिए कई प्रभावी कदम उठाए जाएंगे. जिससे उन्हें संक्रमण के इस दौर में हुए आर्थिक रूप से हुए नुकसान की भरपाई करने में मदद मिल सके. उन्होंने कहा कि जिले में रोजगार बढ़ाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे.
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इन कामों पर रहेगा फोकस
कलेक्टर ने कहा है कि जिले के सभी निर्माण कार्य पर उनकी सीधी नजर रहेगी. इसके अलावा छत्तीसगढ़ शासन के महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर भी प्रशासन प्रमुखता से काम करेगा. उन्होंने कहा कि जिले के निर्माण कार्यों के अलावा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान पट्टा वितरण कार्यक्रम, किसान न्याय योजना, जिला पंचायत के रोजगार मूलक कार्य और कृषि के क्षेत्र में उनका सबसे ज्यादा फोकस रहेगा.