राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ का राजनांदगांव जिला प्रदेश की संस्कारधानी माना जाता है. दुर्ग संभाग की हाईप्रोफाइल सीट राजनांदगांव विधानसभा में डॉ रमन सिंह ने शानदार जीत दर्ज की है. डॉ रमन सिंह ने कांग्रेस के गिरीश देवांगन को 45084 वोटों से हराया है. इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह पिछले 15 सालों से विधायक हैं. इसलिए इस सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने सिर्फ अपना गढ़ बचाया, बल्कि कांग्रेस को चारों खाने चित कर दिया है.
डॉ रमन सिंह ने गिरीश देवांगन को हराया: राजनांदगांव प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में से एक है. इस बार यहां बीजेपी की ओर से डॉ रमन सिंह ने 45084 वोटों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया है. वहीं कांग्रेस ने गिरीश देवांगन को हार का सामना करना पड़ा है. यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का गढ़ मानी जाती है. 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सीट पर कब्जा किया था. इस सीट पर साल 2008 से लेकर अब तक डॉ रमन सिंह राजनांदगांव विधानसभा सीट से विधायक चुनते आ रहे हैं.
जीत हार का फैक्टर: इस बार छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में कुल 76.31 प्रतिशत मतदान हुआ है. राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक आबादी पिछड़ा वर्ग की है. जिसमें साहू, लोधी, यादव और अन्य शामिल हैं. इसलिए ओबीसी वोटर्स को साधने का काम राजनीतिक पार्टियों द्वारा किया जाता है. इसके साथ ही सामान्य वर्ग की भी आबादी अच्छी खासी है. इस कारण राजनीतिक पार्टियों द्वारा ओबीसी फैक्टर को लेकर चुनाव लड़ा जाता है. राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र शहरी क्षेत्र है. अधिकतर आबादी शहरी है, इस कारण शहरी क्षेत्र में पार्टियों का फोकस रहता है. यही यहां जीत का अंतर तय करते हैं.
राजनांदगांव विधानसभा सीट का महत्व: छत्तीसगढ़ में 15 सालों तक मुख्यमंत्री रहे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का यह विधानसभा क्षेत्र है. 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सीट पर कब्जा किया है. साल 2008 से लेकर अब तक डॉ रमन सिंह राजनांदगांव विधानसभा सीट से विधायक हैं. इस बार भी भाजपा से डॉ रमन सिंह ने इस सीट पर जीत हासिल कर जीत का चौका जड़ा है.