राजनांदगांव: खैरागढ़ में होटल संचालक के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इलाके को लॉकडाउन किया गया है. यही वजह है कि सभी सामान के दाम बढ़ गए हैं. राशन हो, सब्जी हो या फल सबकी कीमतों में वृद्धि हुई है. जिसकी वजह से मध्यम और गरीब तबके के लोगों के सामने आर्थिक परेशानी खड़ी हो गई है.
संक्रमण न फैले इसके लिए प्रशासन ने लॉकडाउन का फैसला लिया है. जिसकी वजह से चावल-दाल और राशन की चीजें दस से बीस रुपए प्रति किलो महंगी हो गई हैं. वहीं सब्जी के दामों में भी बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है.
मांग बढ़ने से कीमतों में आया उछाल
लॉकडाउन के बीच सब्जियों की मांग तो जस की तस है लेकिन आवक घट गई है लिहाजा दाम बढ़ गए हैं. आलू, प्याज, टमाटर समेत ज्यादातर सब्जियों की कीमत 10 से 15 फीसदी तक बढ़ गई है. हालांकि प्रशासन ने सब्जी और फल के लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनाते हुए शहर के बाहर पसरा लगाने के लिए इजाजत दे दी है.
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क्या कहते हैं सब्जी व्यापारी
सब्जी के व्यापारी घनश्याम पटेल के अनुसार बाजार में इस वक्त सबसे अधिक मांग आलू, प्याज और टमाटर की है. बंदी के शुरुआती दिनों में आलू के दाम में तेजी से उछाल आया था और यह 40 रुपये प्रति किलो तक बिका था. वहीं अब टमाटर का भाव भी बढ़ा है. साथ ही अन्य सब्जियां भी बढ़े हुए दामों में बिक रही है. सब्जी व्यापारी टिकेश वर्मा का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से माल की सप्लाई नहीं हो पा रही है. टमाटर 700 से 800 रुपए प्रति कैरेट मिल रहा है. इस वजह से ऊंचे दामों में बेचना पढ़ रहा है.
क्या कहतें हैं ग्राहक ?
शहर के गंगादास चंदेल का कहना है कि सब्जी के दामों में बढ़ोतरी होने से घर का बजट बिगड़ रहा है. अब लोग जरूरत के अनुसार ही सब्जी खरीद रहे हैं. वहीं मोरेशवर वर्मा ने बताया कि सब्जी के दाम बढ़ने से जेब ढीली हो रही है. एक किलो की जगह कम से काम चलाना पड़ रहा है.
ये है सब्जियों की कीमत
- आलू- 30-40 प्रति रुपए किलो
- प्याज- 30-40 प्रति रुपए किलो
- लहसुन- 100-120 प्रति रुपए किलो
- कटहल- 40-50 प्रति रुपए किलो
- करेला- 30-40 प्रति रुपए किलो
- बैगन- 35-40 प्रति रुपए किलो
- टमाटर- 60-80 प्रति रुपए किलो