राजनांदगांव : संस्कारधानी में जिले का सबसे बड़ा मेला लगता है.कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शिवनाथ नदी के तट पर लगने वाले इस मेले को लोग मोहारा मेला के नाम से जानते हैं.इस बार ये मेला 26 नवंबर से शुरु होगा.जिसका समापन 28 नवंबर को तीसरे दिन होगा. मेले की तैयारी को लेकर नगर निगम और जिला प्रशासन मेला स्थल की साफ सफाई करवा रहा है. नदी की ओर बैरिकेडिंग और पार्किंग व्यवस्था को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं.
मेले में लगता है लोगों का जमावड़ा : इसके साथ ही मेला स्थल पर लाइट और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी तैयारियां शुरू कर दी गई है. घास मैदान में आयोजित होने वाले मोहारा मेला में बड़ी संख्या में लोग मेला देखने आते हैं.दूसरे जिलों के भी लोगों का जमावड़ा मेला में लगता है. मोहारा मेले में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाई जाएगी.
लोक कलाकार देते हैं कार्यक्रमों की प्रस्तुति : इस मेले में विशालकाय झूले और घरेलू सामान सहित खाद्य सामग्रियों की दुकानें सजती हैं.दूर-दूर से लोग मेला देखने शिवनाथ नदी के तट पर आते हैं. शिवनाथ नदी तट पर शिव मंदिर और हनुमान मंदिर है. इस मंदिर में भगवान भोले की पूजा अर्चना के साथ ही मेले की शुरुआत होती है.लोग शिवनाथ नदी में डुबकी लगाते हैं. कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यह मेला आयोजित होता है.जिसमें लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देते हैं.
मोहारा मेला है लोकप्रिय : शिवनाथ नदी के तट पर लगने वाला तीन दिवसीय मोहारा मेला काफी लोकप्रिय है.इस मेले में आने वाली भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन अपनी तैयारियों में किसी भी तरह की कोई चूक नहीं करना चाहता. इसलिए पुलिस जवान आने जाने वाले लोगों के लिए रूट चार्ट भी तैयार कर रहे हैं.ताकि किसी भी तरह की परेशानी मेले में पैदा ना हो.