राजनांदगांव: शहर के पूनम कॉलोनी निवासी विनोद लुल्ला के पुत्र नैतिक लुल्ला के अपहरण के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि अपहरणकर्ताओं ने नैतिक को चॉकलेट का लालच देकर अपनी गाड़ी में बिठा लिया था. इसके बाद अपहरण की इस वारदात को अंजाम दिया. मामले में पुलिस ने महाराष्ट्र गोंदिया निवासी अक्षय सहारे व तामेश कामड़े को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने बताया कि घटना को अंजाम देने वाला एक आरोपी विनोद लुल्ला के पास ही काम करता था. तकरीबन 5 से 6 साल उसने विनोद के हॉटल में काम किया. कुछ हफ्ते पहले भी वह उनके साथ काम कर रहा था. इसके बाद उसने अचानक काम छोड़ दिया. पुलिस ने बताया कि 2 दिन तक आरोपियों ने घर के आसपास की रेकी की और बच्चे पर पूरी नजर रखी. इसके बाद रविवार शाम को घटना को अंजाम दिया गया.
सालेकसा से नैतिक को छुड़ाया
रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज निकालने के बाद कोतवाली पुलिस ने आरोपी की पहचान परिजनों से कराई इस बीच विनोद ने एक आरोपी को पहचान लिया पुलिस ने सुराग के आधार पर महाराष्ट्र के सालेकसा गांव में रातो-रात दबिश दी और आरोपियों के कब्जे से नैतिक को आजाद कराया.
पुलिस ने की जागरूक होने की अपील
नैतिक अपहरण कांड में जिला पुलिस ने लोगों से जागरूक होने की अपील की है. SP यूबीएस चौहान का कहना है कि बच्चे किसी भी प्रकार के लालच में नाआएं. चॉकलेट या खिलौनों का लालच देकर अक्सर आरोपी इस तरीके की वारदात को अंजाम देते हैं. उन्होंने पालकों से अपील करते हुए कहा है कि पालक अपने बच्चों को अनजान व्यक्ति से किसी भी तरह का सामान न लेने की समझाइश दें.