राजनांदगांव : मिड-डे मील में बच्चों को अंडा दिए जाने के विरोध में कबीर पंथी सड़क पर उतर आए हैं. कबीर पंथ को मानने वाले साहू समाज के पदाधिकारियों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर से इस मामले की शिकायत करते हुए बच्चों को अंडा दिए जाने पर रोक लगाने की मांग की है. वहीं ऐसा नहीं करने पर कबीर पंथ के अनुयायियों ने राज्य सरकार के आदेश के खिलाफ चक्काजाम की चेतावनी दी है.
दरअसल, राज्य शासन ने गत दिनों ये फैसला लिया था कि, मिड-डे मील में बच्चों के पोषण को ध्यान में रखते हुए अंडा दिया जाएगा, लेकिन इस बात से अब साहू समाज में कबीर पंथ को मानने वाले अनुयायी नाराज हो गए हैं. उनका कहना है कि, 'कबीर पंथ में अंडे को मांसाहार माना गया है इस कारण मिड-डे मील में अंडा नहीं परोसा जाना चाहिए. ऐसे में उनके बच्चे मांसाहार का सेवन करने लगेंगे'.
बीजेपी सरकार ने भी शुरू की थी योजना
समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि, 'पूर्व में मुख्यमंत्री रमन सिंह की सरकार ने भी मिड-डे मील में अंडा परोसे जाने का फैसला लिया था. इस पर कबीर पंथ के प्रकाश मुनि साहब ने उनसे मिड-डे मील में अंडा नहीं दिए जाने का अनुरोध किया था, लेकिन अब राज्य की कांग्रेस सरकार ने इसे फिर से लागू कर दिया है, इससे समाज के लोगों में आक्रोश है'.
शासन स्तर पर होगी चर्चा
मामले में कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य का कहना है कि, 'कबीर पंथ के अनुयायियों ने उनसे मिलकर इस मामले में चर्चा की है. मिड-डे मील में अंडा परोसे जाने को लेकर उन्होंने अपनी भावनाओं से अवगत कराया है. शासन स्तर पर इस मामले में चर्चा कर कोई निर्णय लिया जाएगा'.