राजनांदगांव: विश्वविद्यालय की प्राइवेट और रेग्युलर की परीक्षाएं आज से शुरू हो गई हैं. कॉलेज प्रबंधकों की मुश्किल यह है कि ज्यादा परीक्षार्थी होने की वजह से कॉलेजों में कमरे कम पड़ रहे हैं. कॉलेज प्रमुखों को निजी और सरकारी स्कूलों को उप केंद्र बनाना पड़ रहा है. बैठक व्यवस्था किसी भी तरीके से प्रभावित ना हो, इसे ध्यान में रखते हुए इस बार सरकारी स्कूलों को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है. इस बार 9500 से ज्यादा स्टूडेंट्स एग्जाम दे रहे हैं.
स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ी: राजनांदगांव शहर सहित डोंगरगांव, खैरागढ़ के सरकारी स्कूलों में केंद्र बनाने से स्टूडेंट्स को काफी राहत मिल रही है. पूरे जिले में परीक्षा में करीब 14000 से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल होंगे. विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा बीए प्रथम, द्वितीय, तृतीय वर्ष के लिए शासकीय दिग्विजय कॉलेज का एक केंद्र शहर के एक निजी स्कूल में बनाया गया है.
स्कूल में परीक्षा केंद्र: दिग्विजय कॉलेज राजनांदगांव में स्टूडेंस्टस की संख्या ज्यादा होने से यहां भी मुश्किलें बढ़ी हैं. कॉलेज प्रबंधन ने एक निजी स्कूल को उप केंद्र बनाया गया है. उप परीक्षा केंद्र बनाए जाने से कॉलेजों पर दबाव कम हुआ है. इस परीक्षा केंद्र में 500 से ज्यादा छात्र छात्राओं की परीक्षा के लिए बैठने की व्यवस्था की गई है. दिग्विजय कॉलेज के स्टूडेंट शुभम प्रजापति ने बताया कि '' विश्वविद्यालय की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं. दिग्विजय महाविद्यालय में बड़ी संख्या में स्टूडेंट एग्जाम देने आ रहे हैं. निजी स्कूल को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है.'
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क्या कहते हैं प्राचार्य: शासकीय दिग्विजय कॉलेज राजनांदगांव के प्राचार्य के एल टंडेकर ने बताया कि ''आज से तीन पालियों में परीक्षा शुरू की गई है. दिग्विजय महाविद्यालय में 9500 से ज्यादा स्टूडेंट शामिल हो रहे हैं. स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा होने की वजह से गुरुनानक हायर सेकेंडरी स्कूल को केंद्र बनाया गया है. इस केंद्र में 500 परीक्षार्थी शामिल होंगे. परीक्षा की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है. किसी भी तरह की कोई परेशानी स्टूडेंट्स को नहीं होगी.''
पढ़ाई के लिए रुझान बढ़ा: स्टूडेंट्स का पढ़ाई के प्रति रुझान बढ़ा है. हर साल परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ रही है. इस बार भी जिले में परीक्षार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. राजनांदगांव जिले के लिए कॉलेज शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में भी परीक्षार्थी बड़े हैं जिसे देखते हुए कालेज प्रबंधन द्वारा एक निजी स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाया गया है जहां परीक्षार्थी शामिल होंगे.