राजनांदगांव: शहर के इंदिरा नगर निवासी निशा यादव की मौत के मामले में अब परिजनों ने मोर्चा खोल दिया है. बसंतपुर पुलिस की कार्रवाई को गलत बताते हुए परिजनों का साफ तौर पर कहना है कि 'निशा ने आत्महत्या नहीं की है, उसकी हत्या हुई है. यह एक सोची-समझी साजिश है, जिसके तहत निशा की हत्या कर उसे तालाब में फेंक दिया गया है'. अब गुस्साए परिजनों ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
राजनांदगांवः निशा की मौत को परिजनों ने बताया सोची समझी साजिश, उच्चस्तरीय जांच की मांग - राजनांदगांव
इंदिरा नगर में 27 नवंबर को रानी सागर तालाब में निशा यादव की लाश मिली थी, जिसे पुलिस ने जांच के बाद आत्महत्या बताया है, लेकिन परिजनों ने उसे नकारते हुए हत्या करार दिया है. उन्होंने उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं.
पुलिस पर लगा गंभीर आरोप
राजनांदगांव: शहर के इंदिरा नगर निवासी निशा यादव की मौत के मामले में अब परिजनों ने मोर्चा खोल दिया है. बसंतपुर पुलिस की कार्रवाई को गलत बताते हुए परिजनों का साफ तौर पर कहना है कि 'निशा ने आत्महत्या नहीं की है, उसकी हत्या हुई है. यह एक सोची-समझी साजिश है, जिसके तहत निशा की हत्या कर उसे तालाब में फेंक दिया गया है'. अब गुस्साए परिजनों ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
Intro:राजनांदगांव शहर के इंदिरा नगर निवासी निशा यादव की मौत के मामले में अब परिजनों ने मोर्चा खोल दिया है बसंतपुर पुलिस की कार्रवाई को गलत बताते हुए परिजनों का साफ तौर पर कहना है कि निशा ने आत्महत्या नहीं की है उसकी हत्या हुई है यह एक सोची समझी साजिश है जिसके तहत निशा की हत्या कर उसे तालाब में फेंक दिया गया है परिजनों ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
Body:बता दें कि इंदिरा नगर निवासी निशा यादव की लाश 27 नवंबर को रानी सागर तालाब में तैरती हुई मिली थी इसके बाद बसंतपुर पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम करते हुए मामले को आत्महत्या बताया परिजनों का कहना है कि निशा 24 नवंबर से लापता थी और इसके बाद सीधे 27 तारीख को उसकी लाश रानी सागर में तैरती मिली मौके पर लाश की तस्वीरों को देखकर ही स्पष्ट हो रहा था कि उसे मारकर तालाब में फेंक दिया गया है शरीर पर गहरे जख्मों के निशान थे बावजूद इसके पुलिस मामले को आत्महत्या करार दे रही है.
Conclusion:आत्महत्या की कोई वजह नहीं
इस मामले में परिजनों का कहना है कि निशा के पास आत्महत्या करने के लिए कोई वजह नहीं थी वह 24 तारीख को घर से खुशी-खुशी निकली थी इसके बाद 27 तारीख को उसकी लाश मिलने के बाद से परिजन अब तक स्तब्ध है परिजनों का कहना है कि अच्छा किसी भी सूरत में आत्महत्या नहीं कर सकती क्योंकि उसके पास आत्महत्या करने के लिए कोई भी ठोस वजह नहीं थी वहीं निशा की लाश को देखकर आसानी से बताया जा सकता था कि उसे मार कर तालाब में फेंक दिया गया है इस मामले को लेकर के अब परिजन उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं ताकि निशा के हत्यारों को सजा मिल सके.
बाइट गीता यादव मृतक की मामी
Body:बता दें कि इंदिरा नगर निवासी निशा यादव की लाश 27 नवंबर को रानी सागर तालाब में तैरती हुई मिली थी इसके बाद बसंतपुर पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम करते हुए मामले को आत्महत्या बताया परिजनों का कहना है कि निशा 24 नवंबर से लापता थी और इसके बाद सीधे 27 तारीख को उसकी लाश रानी सागर में तैरती मिली मौके पर लाश की तस्वीरों को देखकर ही स्पष्ट हो रहा था कि उसे मारकर तालाब में फेंक दिया गया है शरीर पर गहरे जख्मों के निशान थे बावजूद इसके पुलिस मामले को आत्महत्या करार दे रही है.
Conclusion:आत्महत्या की कोई वजह नहीं
इस मामले में परिजनों का कहना है कि निशा के पास आत्महत्या करने के लिए कोई वजह नहीं थी वह 24 तारीख को घर से खुशी-खुशी निकली थी इसके बाद 27 तारीख को उसकी लाश मिलने के बाद से परिजन अब तक स्तब्ध है परिजनों का कहना है कि अच्छा किसी भी सूरत में आत्महत्या नहीं कर सकती क्योंकि उसके पास आत्महत्या करने के लिए कोई भी ठोस वजह नहीं थी वहीं निशा की लाश को देखकर आसानी से बताया जा सकता था कि उसे मार कर तालाब में फेंक दिया गया है इस मामले को लेकर के अब परिजन उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं ताकि निशा के हत्यारों को सजा मिल सके.
बाइट गीता यादव मृतक की मामी
Last Updated : Dec 14, 2019, 11:20 AM IST