राजनांदगांव/खैरागढ़: पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के कोटगुल गांव के लोगों को इलाज के साथ सरकारी कामकाज के लिए छत्तीसगढ़ की सीमा पार कर महाराष्ट्र के ही कोरची गांव जाना पड़ता है. यहां के ग्रामीण इलाज कराने के लिए राजनांदगांव जिले के सरहदी गांव वासड़ी-पाटन से बंजारी गांव का चेक पोस्ट लांघकर कोरची जाते हैं, लेकिन वर्तमान में लॉकडाउन की वजह से दोनों राज्यों की सीमाएं सील हैं. इसके कारण लोगों को जरूरी सामानों के साथ इलाज के लिए भी भटकना पड़ रहा है.
महाराष्ट्र का कोटगुल गांव राजनांदगांव के मोहला ब्लॉक मुख्यालय से केवल 24 किलोमीटर दूर है. कोरची गांव 35 से 40 किलोमीटर दूर पड़ता है. इस वजह से कोटगुल के ज्यादातर लोग भोजटोला के रास्ते से मोहला पहुंचकर राशन और जरूरी सामानों की पूर्ति तो कर लेते हैं, लेकिन स्वास्थ्य सुविधा को लेकर दिक्कतें बढ़ गई हैं. बॉर्डर सील होने के कारण वहां के ग्रामीणों को राजनांदगांव जिले में एंट्री नहीं दी जा रही है.
जंगलों के रास्ते मोहला पहुंचते हैं ग्रामीण
कोटगुल और कोरची के बीच 35 से 40 किलोमीटर का फासला है, हालांकि दोनों ही गांव महाराष्ट्र के हैं, लेकिन कोटगुल से कोरची जाने के लिए यहां के लोगों को अंबागढ़ चौकी ब्लॉक के बंजारी चेक पोस्ट से होकर गुजरना पड़ता है, लेकिन ऐसा करना फिलहाल लॉकडाउन के कारण मुमकिन नहीं है. महाराष्ट्र को जोड़ने वाली मुख्य सड़क होने के कारण यह रास्ता बंद है. जैसे-तैसे महाराष्ट्र की तरफ से उन्हें छूट तो मिल जाती है, लेकिन छत्तीसगढ़ की सीमा पार करने के लिए लोगों को अनुमति नहीं मिलती.
पुलिस की यहां तगड़ी सुरक्षा-व्यवस्था है, जिसके चलते कई जंगल और अंदरूनी रास्तों से भोजटोला होकर कोटगुल के ग्रामीण राशन और अन्य सामान लेने मोहला पहुंचते हैं.
अनुमति के बाद ही बॉर्डर लांघ पाए डॉक्टर
दो दिन पहले बंजारी चेक पोस्ट पर महाराष्ट्र के कोरची से कोटगुल जाने के लिए निकले डॉक्टरों को भी बॉर्डर पार करने नहीं दिया गया. पुलिस ने डॉक्टरों की टीम को भी बंजारी सीमा पर रोक दिया. आधे-पौन घंटे की मशक्कत के बाद डॉक्टरों ने महाराष्ट्र प्रशासन से बात कराई, तब उन्हें कोटगुल जाने दिया गया.
खबर है कि कोटगुल में भी दर्जनों लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया था, उन्हीं लोगों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां जा रही थी. वर्तमान में कोटगुल से आने वाले एंबुलेंस चालकों से भी पूछताछ की जा रही है, ताकि जिले में कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज ना आ सके.