राजनांदगांव : दीपावली की तैयारियां जोरों पर है. लेकिन, पटाखा व्यापारियों के लिए बारिश परेशानी का सबब बन कर आई है. GST, महंगाई के बाद पटाखा व्यापारियों को अब मौसम की मार भी झेलनी पड़ रही है.
3 दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने पटाखा व्यापार पर खासा असर डाला है. व्यापारियों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच चुकी हैं, व्यापारियों को ये चिंता सताने लगी है कि उन्होंने इस साल जो स्टॉक मंगाया हो, वो कैसे खत्म होगा. इस साल पटाखा व्यापार में 30% कीमतों में वृद्धि की गई है. जिसके चलते पटाखे महंगे हो गए हैं. इसका असर पटाखों की खरीदारी पर तो पढ़ ही रहा है साथ ही GST 28 % लगने से पटाखों की कीमत और बढ़ गई है.
3 दिन के बारिश ने बिगाड़ा पूरा गणित
शहर में लगातार 3 दिन से बारिश हो रही है. शहर के पटाखा व्यापारियों ने निगम से 130 दुकानों का एलॉटमेंट कराया था.लेकिन केवल 70 दुकानें ही म्युनिसिपल ग्राउंड में लगाई गई हैं. 50 दुकानें खुली ही नहीं. बताया जा रहा है कि बारिश के चलते व्यापारियों ने अपने हाथ खींच लिए.
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जागरूकता संदेश से भी हुआ नुकसान
पटाखा व्यापारियों का कहना है कि 'दिवाली के दिन जमकर पटाखे फोड़ते थे, लेकिन अब पर्यावरण को लेकर जागरूकता संदेश से लोग पटाखों से दूरी बना रहे हैं. इसके चलते भी पटाखा व्यापार को मंदी का सामना करना पड़ रहा है'.
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अवैध बिक्री पर लगाम नहीं
पटाखा व्यापारियों का कहना है कि 'शहर के रिहायशी इलाकों में अवैध रूप से पटाखों की बिक्री लगातार जारी है. इस पर पुलिस प्रशासन लगाम नहीं कस पा रही है. इसके चलते अवैध रूप से कारोबार करने वाले लोग पटाखा व्यापार को नुकसान पहुंचा रहे हैं'.
बिक्री में कमी के कई कारण
वरिष्ठ पत्रकार खेमराज वर्मा का कहना है कि 'पटाखों पर सबसे पहले महंगाई की मार पड़ी, फिर GST की जिसका सीधा असर जनता पर पड़ रहा है. कई तरह के जागरूकता अभियानों के चलते भी लोग पटाखों से दूर होने लगे हैं'.