राजनांदगांव: होली त्यौहार के अवसर पर पखांजूर के रहने वाली रानू मंडल के परिवार में खुशियां लौट आई है. तकरीबन 1 महीने से जिस बेटे को रानू मंडल ढूंढ रही थी. उसे राजनांदगांव पुलिस की छोटी सी पहल ने घर तक पहुंचा दिया है.
एक महीने से लापता था विशाल
दरअसल पखांजूर की रहने वाली रानू मंडल का 22 साल का बेटा विशाल मंडल पिछले 1 महीने से लापता था. जिसकी तलाश मां रानू मंडल ने जिले सहित प्रदेश के कई शहरों में की लेकिन विशाल का कोई पता नहीं चला. रानू मंडल अपनी आप बीती बताते हुए भावुक हो जाती है. वह बताती हैं कि उनके बेटे विशाल की मानसिक हालत ठीक नहीं है वह जैसे तैसे कांकेर से राजनांदगांव चला गया. इस बीच तकरीबन 1 महीने पहले 108 के जरिए उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था. जहां उसकी तबीयत काफी खराब थी. 1 महीने के उपचार के बाद विशाल दुरुस्त हो पाया है.
कॉन्स्टेबल अमित कुमार ने किया कम्युनिकेट
विशाल मंडल की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. इसके चलते वह ज्यादा बातचीत भी नहीं कर पाता लेकिन राजनांदगांव के फ्रेंडली पुलिस कॉन्सेप्ट के जरिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल की चौकी में कार्यरत कॉन्स्टेबल अमित कुमार ने लगातार विशाल से अपना कम्युनिकेशन बनाए रखा महीने भर वह उनसे बात करने की कोशिश करता रहा इस बीच अचानक कॉन्स्टेबल अमित कुमार को लीड मिली थी विशाल पखांजूर का रहने वाला है और उनकी मां का नाम रानू मंडल है इसके बाद उन्होंने पखांजूर स्थित पुलिस चौकी से संपर्क किया और पूरी घटना के विषय में उन्हें जानकारी दी पखांजूर पुलिस ने विशाल के परिवार वालों को ढूंढने में मदद की जिसके बाद रानू मंडल को उनका बेटा विशाल मिल पाया.
रानू मंडल ने पुलिस को दिया धन्यवाद
परिजनों ने पुलिस के इस कार्य की तारीफ की है और पुलिसकर्मियों को धन्यवाद दिया है. जिसकी बदौलत एक मां को उसका बिछड़ा बेटा मिला है.