राजनांदगांव: डोंगरगढ़ शहर में पिछले दिनों विश्व प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी देवी के पहाड़ में मंदिर बने सीढ़ियों में रात को चहल कदमी करते हुए एक तेंदुआ दिखा था. मामले को गंभीरता से लेते हुए फॉरेस्ट विभाग ने जहां वन कर्मियों को ड्यूटी पर तैनात कर दिया है, वहीं तेंदुए को पकड़ने के लिए मंदिर के पहाड़ियों के चारों ओर बने परिक्रमा पथ पर पिंजरा भी लगा दिया है. लोगों से रात में निकलने से मना किया गया है.
तेंदुए के पैरों के निशान दिखने से दहशत में आए दुकानदार: मां बम्लेश्वरी मंदिर में बीते दिनों तेंदुआ रात के समय चहलकदमी करते हुए दिखाई दिया था. उसके पैरों के निशान दिखने से वहां दुकान लगाने वाले दुकानदारों में दहशत का माहौल है. इसे देखते हुए वन विभाग ने सतर्कता के तौर पर तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया है. डोंगरगढ़ के ऊपर पहाड़ों पर विराजमान मां बम्लेश्वरी देवी का मंदिर विश्व विख्यात है. मां बम्लेश्वरी बगलामुखी रूप में यहां विद्यमान है. यहां एक हजार से अधिक सीढ़ी चढ़कर लोग माता के दर्शन के लिए आते हैं. इसके साथ ही रोपवे की भी व्यवस्था की गई है.
अब 9 बजे ही बंद हो रहे मंदिर के पट: मां बम्लेश्वरी के दर्शन करने प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के कोने-कोने से रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. ऐसे में मंदिर ट्रस्ट द्वारा भी तेंदुए की दहशत को देखते हुए विशेष सावधानी बरती जा रही है. मंदिर के पट पहले रात 10 बजे बंद होते थे, वहीं अब 9 बजे ही मंदिर पट को बंद कर दिए जा रहे हैं. श्रद्धालुओं के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रात्रि 8 बजे तक श्रद्धालुओं को पहाड़ से नीचे उतरने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है.
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सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल: मां बम्लेश्वरी मंदिर की सीढ़ियों में तेंदुए के दिखाई देने का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वही तेंदुआ दिखाई देने से लोगों में दहशत का माहौल है. सतर्कता के तौर पर मंदिर समिति और वन विभाग द्वारा मंदिर में पहुंचने वाले दर्शनार्थियों के लिए समय में बदलाव किया गया है. वन विभाग की ओर से तेंदुए को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है.