खैरागढ़: जेसीसीजे विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद खाली हुई खैरागढ़ सीट के लिए वोटिंग हुई. गर्मी के बावजूद मतदाता उत्साहित नजर आए और मतदान केंद्र पहुंचे. खैरागढ़ में करीब 77.88 प्रतिशत मतदान हुआ है. 78.92 प्रतिशत पुरुष और 77.74 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने मतदान किया. कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने देवालीभाट में वोट डाला. बीजेपी प्रत्याशी कोमल जंघेल ने घिरघोली मतदान केंद्र पहुंचकर मतदान किया. मतदान शांतिपूर्ण रहा. हालांकि छुईखदान के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में बने बूथ पर कुछ देर के लिए हंगामा बरपा. यहां मतदान केंद्र के अंदर जा रहे भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल को सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया. कोमल जंघेल ने नाराजगी जताई और पुलिसकर्मी को वहां से हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. इसके बाद अफसर वहां पहुंचे और जंघेल से बात की. अफसरों ने बताया कि प्रत्याशी को पहचान नहीं पाने के कारण दिक्कत हुई, जवान को वहां से हटा दिया जाएगा. इसके बाद कोमल जंघेल ने धरना खत्म कर दिया.
खैरागढ़ उपचुनाव के लिए (Khairagarh assembly by election) 291 मतदान केंद्र बनाए गए . 34 मतदान केंद्र अति संवेदनशील और 18 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं. इन मतदान केंद्रों में कैमरे से नजर रखी गई. खैरागढ़ में कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 11 हजार 540 है. जिसमें पुरुष मतदाता 1 लाख 6 हजार 290 और महिला मतदाता 1 लाख 5 हजार 250 हैं.
भाजपा,कांग्रेस, जेसीसीजे में मुख्य मुकाबला: खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव को 2023 का सेमीफाइनल माना जा रहा है. मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी का नजर आ रहा है. हालांकि जेसीसीजे के प्रत्याशी ने भी टक्कर दी है. सभी पार्टियों के दिग्गजों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी है. कांग्रेस जहां उपचुनाव में जीत के सिलसिले को बरकरार रखना चाहती है. वहीं बीजेपी खैरागढ़ के जरिए सत्ता वापसी का रास्ता खोलने में लगी है. जेसीसीजे को उम्मीद है कि एक बार फिर खैरागढ़ की सीट उनके खाते में जाएगी. यह भी पढ़ें: खैरागढ़ में भारी बहुमत से जीतेगी कांग्रेस: सीएम भूपेश बघेल
खैरागढ़ उपचुनाव में दस प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे: खैरागढ़ उपचुनाव में दस उम्मीदवार मैदान में हैं. यशोदा वर्मा - कांग्रेस, कोमल जंघेल- भाजपा, नरेंद्र सोनी - जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़, मोहन भारती - राष्ट्रीय जनसभा पार्टी, अरुणा बनाफर- निर्दलीय, साधुराम धुर्वे - निर्दलीय, नितिन कुमार भांडेकर- निर्दलीय, विप्लव साहू - फॉरवर्ड डेमोक्रेटिक लेबर पार्टी, ढालचंद साहू - आम्बेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया, संतोषी प्रधान- गोंडवाना गणतंत्र पार्टी.