ETV Bharat / state

राजनांदगांव: मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बनाया गया आइसोलेशन वार्ड - आइसोलेशन वार्ड

कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के लिए राजनांदगांव के अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है.

Isolated ward separated in Medical College Hospital
मेडिकल कॉलेज अस्पताल
author img

By

Published : Feb 7, 2020, 7:31 PM IST

राजनांदगांव: दुर्ग में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज मिलने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है. इसे लेकर राजनांदगांव में अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस से प्रभावित मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है.

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अलग किया हुआ आइसोलेशन वार्ड

पढ़ें: कोरोना वायरस : आयुर्वेद करेगा लड़ने में मदद

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना वायरस के अटैक से बचने के लिए कॉलेज प्रबंधन ने आइसोलेशन वार्ड को अलग कर दिया है. इस वार्ड में कोरोना वायरस के संदिग्ध और पीड़ितों को रखा जाएगा. प्रारंभिक तौर पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में यह व्यवस्था संदिग्ध मरीजों के लिए की गई है. हालांकि अब तक जिले से कोई भी संदिग्ध मरीज नहीं मिला है. डॉक्टर सर्दी खांसी से पीड़ित मरीजों की गंभीरता से जांच कर रहे हैं. कोरोना वायरस को लेकर डॉक्टरों की टीम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बनाई गई है, इसमें बाहर से आने वाले मरीजों की लिस्टिंग की जा रही है.

संदिग्ध मरीजों की होगी पहचान
बता दें, शहर से रोजाना दुर्ग और नागपुर की ओर अधिकांश यात्री सफर करते हैं. सफर के दौरान संदिग्ध मरीजों के संपर्क में भी आने का खतरा बना हुआ है. इसके चलते मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टर सबसे पहले सर्दी-खांसी से पीड़ित मरीजों से पूछताछ कर उन्हें वेरीफाई कर रहे हैं. इससे संदिग्ध मरीजों की पहले ही पहचान की जा सके.

आइसोलेशन वार्ड में रहेंगे कोरोना से प्रभावित संदिग्ध
कोरोना वायरस को लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक चंद्रशेखर महोबे का कहना है, कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अलग से आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा, जिससे वायरस अन्य मरीजों में न फैले. मरीज को आम मरीजों से अलग रखकर उसके अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा की जाएगी. अब तक कोरोना का इलाज नहीं मिल पाया है. इसके चलते इम्यूनिटी पावर से इस बीमारी की इलाज करने की तैयारी है.

मास्क लगाने की सलाह
चंद्रशेखर महोबे ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि इस वायरस से बचने के लिए भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें. भीड़भाड़ वाले इलाके में जाना जरूरी हो तो मास्क पहन कर जाएं और हाथ मिलाने से बचें. इसके अलावा बार-बार हाथ धोते रहे ताकि इस वायरस के संक्रमण से शरीर को बचाया जा सके.

राजनांदगांव: दुर्ग में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज मिलने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है. इसे लेकर राजनांदगांव में अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस से प्रभावित मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है.

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अलग किया हुआ आइसोलेशन वार्ड

पढ़ें: कोरोना वायरस : आयुर्वेद करेगा लड़ने में मदद

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना वायरस के अटैक से बचने के लिए कॉलेज प्रबंधन ने आइसोलेशन वार्ड को अलग कर दिया है. इस वार्ड में कोरोना वायरस के संदिग्ध और पीड़ितों को रखा जाएगा. प्रारंभिक तौर पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में यह व्यवस्था संदिग्ध मरीजों के लिए की गई है. हालांकि अब तक जिले से कोई भी संदिग्ध मरीज नहीं मिला है. डॉक्टर सर्दी खांसी से पीड़ित मरीजों की गंभीरता से जांच कर रहे हैं. कोरोना वायरस को लेकर डॉक्टरों की टीम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बनाई गई है, इसमें बाहर से आने वाले मरीजों की लिस्टिंग की जा रही है.

संदिग्ध मरीजों की होगी पहचान
बता दें, शहर से रोजाना दुर्ग और नागपुर की ओर अधिकांश यात्री सफर करते हैं. सफर के दौरान संदिग्ध मरीजों के संपर्क में भी आने का खतरा बना हुआ है. इसके चलते मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टर सबसे पहले सर्दी-खांसी से पीड़ित मरीजों से पूछताछ कर उन्हें वेरीफाई कर रहे हैं. इससे संदिग्ध मरीजों की पहले ही पहचान की जा सके.

आइसोलेशन वार्ड में रहेंगे कोरोना से प्रभावित संदिग्ध
कोरोना वायरस को लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक चंद्रशेखर महोबे का कहना है, कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अलग से आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा, जिससे वायरस अन्य मरीजों में न फैले. मरीज को आम मरीजों से अलग रखकर उसके अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा की जाएगी. अब तक कोरोना का इलाज नहीं मिल पाया है. इसके चलते इम्यूनिटी पावर से इस बीमारी की इलाज करने की तैयारी है.

मास्क लगाने की सलाह
चंद्रशेखर महोबे ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि इस वायरस से बचने के लिए भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें. भीड़भाड़ वाले इलाके में जाना जरूरी हो तो मास्क पहन कर जाएं और हाथ मिलाने से बचें. इसके अलावा बार-बार हाथ धोते रहे ताकि इस वायरस के संक्रमण से शरीर को बचाया जा सके.

Intro:राजनांदगांव. पड़ोसी जिले दुर्ग में करोना वायरस से पीड़ित संदिग्ध मरीज मिलने के बाद अब जिले में हड़कंप मच गया है अटल बिहारी वाजपेई मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस को लेकर के इतिहास के तौर पर आइसोलेशन वार्ड अलग कर दिया गया है वहीं मरीजों को इस बीमारी से बचने के लिए डॉक्टरों के द्वारा उपाय भी बताए जा रहे हैं.


Body:मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना वायरस के अटैक से बचने के लिए कॉलेज प्रबंधन ने आइसोलेशन वार्ड अलग कर दिया है इस वार्ड में करुणा वायरस से पीड़ित मरीजों को रखे जाने के लिए व्यवस्था की गई है प्रारंभिक तौर पर मेडिकल कालेज अस्पताल में यह व्यवस्था संदिग्ध मरीजों के लिए की गई है हालांकि अब तक के जिले से कोई भी संदिग्ध मरीज नहीं मिल पाया है वहीं डॉक्टर सर्दी खांसी से पीड़ित मरीजों को गंभीरता से जांच कर रहे हैं ऐसे मरीजों को गहन पूछताछ की जा रही है.
बाहर से आने वालों पर नजर
करोना वायरस को लेकर के डॉक्टरों की टीम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बनाई गई है इनमें प्रारंभिक जांच में ही बाहर से आने वाले मरीजों की लिस्टिंग की जा रही है बता दें कि शहर से रोजाना दुर्ग और नागपुर की ओर अधिकांश था यात्री सफर करते हैं सफर के दौरान संदिग्ध मरीजों के संपर्क में भी आने का खतरा लगा हुआ है इसके चलते मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टर सबसे पहले सर्दी खांसी से पीड़ित होकर आने वाले मरीजों से पूछताछ कर उन्हें पहले ही वेरीफाई कर रहे हैं इससे संदिग्ध मरीजों कि पहले ही पहचान की जा सके ऐसी व्यवस्था की गई है.
यह करें बचने के उपाय
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक चंद्रशेखर महोबे का कहना है कि कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अलग से आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा ताकि वायरस अन्य मरीजों में ना फैल सके मरीज को आम मरीजों से अलग रखकर उसके अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा की जाएगी अब तक करोना का इलाज नहीं मिल पाया है इसके चलते इम्यूनिटी पावर से इस बीमारी का इलाज करने की तैयारी की गई है उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि इस वायरस से बचने के लिए भीड़भाड़ वाले इलाके से लोग दूर रहे वही भीड़भाड़ वाले इलाके में जाना जरूरी हो तो मास्क पहन कर जाएं और हाथ मिलाने से बचें इसके अलावा बार बार हाथ धोते रहे ताकि इस वायरस के संक्रमण से शरीर को बचाया जा सके उन्होंने बताया कि राज्य स्वास्थ्य सेवाओं से भी कई निर्देश मिले हैं जिनका गंभीरता से मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन पालन कर रहा है.


Conclusion:पड़ोसी जिले दुर्ग में संदिग्ध मरीज मिलने के बाद राजनांदगांव जिले में हड़कंप मचा हुआ है लोगों में इस वायरस को लेकर के कौतूहल माहौल है लगातार लोग इस बीमारी के बारे में चर्चा कर रहे हैं वहीं इसके बचने के उपायों को लेकर भी डॉक्टरों से लगातार संपर्क कर रहे हैं.

bite चंद्रशेखर महोबे अधीक्षक मेडिकल कॉलेज अस्पताल राजनंदगांव
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.