राजनांदगांव: कोंडागांव में किसान आत्महत्या का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि प्रदेश में एक और अन्नदाता ने आत्महत्या कल ली है. राजनांदगांव के डोंगरगांव में कर्ज से परेशान किसान ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है. किसान ने आत्महत्या के ठीक एक दिन पहले ही अपने बेटे से कर्ज का जिक्र किया था. दूसरे दिन किसान की लाश फंदे से झूलते मिली. प्रदेश में पिछले पांच दिनों में किसान आत्महत्या का दूसरा मामला है.
जिले के डोगरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम आसरा में 53 वर्षीय किसान मूलचंद यादव ने अपने कच्चे मकान के एक कमरे में आत्महत्या की है. मृतक के परिजन की माने तो कर्ज से परेशान किसान ने आत्महत्या के लिए रास्ता अख्तियार किया. वहीं परिजनों की सूचना पर पुलिस ने मौका मुआयना करते हुए मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है.
किसान ने घर पर लगाई फांसी
मामला शनिवार की रात का है. घटना के एक दिन पहले ही मृतक का पुत्र अपने काम के सिलसिले में बाहर गया हुआ था. वहीं परिवार के बाकी सदस्य गांव में चल रहे एक विवाह कार्यक्रम में शामिल होने गए थे. मृतक की बहू ने बताया कि वह अपने ससुर के लिए खाना बनाकर शादी में गई थी. बहू ने बताया कि ससुर ने शादी में बाद में आने की बात कहकर घर पर ही रुक गए थे. रात 8 बजे जब बहू शादी समारोह से शामिल होकर घर लौटी तो उन्होंने अपने ससुर को फांसी के फंदे से लटका पाया. जिसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों और पड़ोसियों को इस बारे में जानकारी दी गई.
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कर्ज से परेशान थे पिता
मृतक का पुत्र दीपक ड्राइवरी करता है और घटना के एक दिन पहले थी अपने काम पर चला गया था. दीपक ने बताया कि उसके पिता ने कर्ज का जिक्र किया था. डोंगरगांव पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में लिया है.
प्रदेश में किसान आत्महत्या के मामले बढ़ते जा रहे हैं. पिछले हफ्ते कोंडगांव जिले के केशकाल में किसान धनीराम ने आत्महत्या कर ली थी. कम रकबा रिकॉर्ड के चलते किसान कम फसल बेचने को मजबूर था. जिसके चलते आत्महत्या कर ली थी.