राजनांदगांव: देशव्यापी डॉक्टरों की हड़ताल से मरीज बेहाल हैं. अस्पताल में दर्द से कराहते हुए मरीज डॉक्टरों को ढूंढते नजर आ रहे हैं. लेकिन हड़ताल के चलते उन्हें डॉक्टर कोई भी डॉक्टर OPD में नहीं मिल रहा. अटल बिहारी बाजपेयी मेडिकल कॉलेज में पहले से ही डॉक्टरों की कमी है. वहीं इस हड़ताल ने तो अब मरीजों को परेशान कर रखा है. शहर के डॉक्टरों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर अपना विरोध जताया है और प्रशासन से वर्कप्लेस में सुरक्षा की मांग की है.
शहर में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी सरकारी और प्राइवेट डॉक्टर हड़ताल में शामिल हो गए हैं. इसके चलते स्वास्थ्य सेवाएं लगभग ठप हो चुकी हैं. ज्यादातर इमरजेंसी सेवाओं के लिए मरीजों ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल की शरण ली है. लेकिन, यहां पर भी डॉक्टरों की संख्या कम होने के चलते मरीजों को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है.
नहीं हो पाया इलाज
डोंगरगांव से पहुंचे दसरू राम ने बताया कि वे यहां कान के इलाज के लिए यहां पहुंचे हैं. तकरीबन 25 किलोमीटर सफर करने के बाद वे यहां 5 घंटे से इंतजार कर रहे हैं लेकिन कोई भी उन्हें डॉक्टर यहां मौजूद नहीं है.
डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए लागू हो कानून
डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर दीक्षित का कहना है कि बंगाल में डॉक्टरों के साथ जो घटना हुई है वह काफी निंदनीय है. वे डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे थे. जो मरीज भर्ती कराया गया था वह काफी गंभीर था. डॉक्टरों की पूरी कोशिश के बावजूद मरीज की मौत हो गई. इसके बाद डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट के पूरे देश के डॉक्टर आहत हैं. हम अपनी वर्कप्लेस में सुरक्षा की मांग कर रहे हैं.