राजनांदगांव: नगर निगम राजनांदगांव में मतगणना के बाद चुनावी तस्वीर साफ हो गई है. वार्ड क्रमांक 5 से कांग्रेस प्रत्याशी हेमा देशमुख ने 366 वोटों से सरस्वती रमन यादव को शिकस्त देकर कांग्रेस का परचम लहराया है. हेमा कांग्रेस से महापौर पद की संभावित दावेदारों की लाइन में सबसे पहले नंबर पर है. क्योंकि नगर निगम राजनांदगांव में महापौर की सीट ओबीसी महिला के खाते में आरक्षित की गई थी.
इस लिहाज से कांग्रेस का सबसे बड़ा चेहरा हेमा के रूप में सामने आया है और वह महापौर पद की सबसे प्रबल दावेदार मानी गई है.
5 साल बाद होगा विकास कार्य : हेमा
हालांकि, 22 सीटों पर कांग्रेस को सीधे तौर पर जीत हासिल हुई है. इस लिहाज से निर्दलियों की भी मदद निगम की सत्ता में आने के लिए लेनी पड़ेगी. ETV भारत से विशेष चर्चा के दौरान हेमा ने कहा कि पिछले 5 साल नगर निगम राजनांदगांव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में थी, जो मूलभूत सुविधाओं को जनता तक पहुंचाने में नाकामयाब रही. इसके चलते कांग्रेस को सीधा फायदा हुआ है. उन्होंने कहा कि वार्ड नंबर 5 से इस बार वे जीत कर आई हैं, तो सबसे पहले वार्ड के विकास की दिशा में सोचेंगी. बिजली, पानी, सड़क जैसी समस्याओं को सबसे पहले हल किया जाएगा.
टिकट नहीं मिलने से हैं नाराज
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने बिजली, सड़क, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को जनता तक पहुंचाने में नाकामयाब रही. इसके चलते जनता ने भाजपा को नकार दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले 5 सालों में वार्ड में और शहर में जनता की मंशा के अनुरूप ही विकास कार्य कराए जाएंगे. बता दें कि कांग्रेस को कुल 22 सीटों पर सीधे विजय मिली है. 8 निर्दलीय प्रत्याशियों भी इस चुनाव में चुनकर आए हैं. इस बीच माना जा रहा है कि तकरीबन पांच निर्दलीय प्रत्याशी कांग्रेस को समर्थन दे सकते हैं. इनमें से तीन प्रत्याशी कांग्रेस से ही टिकट न मिलने को लेकर नाराज होकर बागी मैदान में उतरे थे.