खैरागढ़/राजनांदगांव: कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन की टीम लगातार प्रयास कर रही है. इसी का नतीजा है कि खैरागढ़ अबतक ग्रीन जोन में है. खैरागढ़ के लिए एक और राहत की खबर आई है.
खैरागढ़ ब्लॉक के 334 संदिग्ध लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है. जिसमें शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में रहने वाले लोग शामिल हैं. क्वॉरेंटाइन किए गए लगभग 300 लोगों का सैंपल लिया जा चुका है, इसमें सभी की कोरोना रिर्पोट निगेटिव आई है.
स्वास्थ्य विभाग के 34 लोग निगेटिव
साथ ही स्वास्थ्य विभाग में ड्यूटी कर रहे 34 लोगों की भी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है. इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, 112 के स्टॉफ, सिविल अस्पताल के वार्ड स्टॉफ, कोटवार और मितानिन शामिल हैं. बीएमओ डॉ विवेक बिसेन ने भी खुद का सैंपल जांच के लिए भेजा था, उनकी जांच रिर्पोट भी निगेटिव आई है.
अब केवल लक्षण वालों की हो रही जांच
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के बाद अब सप्ताह भर से रेंडम सैंपल लेना बंद कर दिया गया है. केवल लक्षण वाले संदिग्धों का सैंपल लिया जा रहा है. नई गाइडलाइन के अनुसार केवल सर्दी, खांसी, बुखार वाले मरीजों के सैंपल ही अब लिए जा रहे हैं. क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में पूरी तरह स्वस्थ लोगों को गाइडलाइन के अनुसार अवधि पूरा होने के बाद होम आइसोलेट किया जा रहा है. बीएमओ विवेक बिसेन ने बताया, लक्षण वाले संदिग्धों की संख्या भी अब काफी कम है. पिछले सप्ताह तीन सैंपल ही लिए गए हैं, जिसकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है. उन्होंने कहा कि लोगों से वे सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं.
बाहर राज्य से लौटने वालों को ज्यादा खतरा
प्रदेश में अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों में संक्रमण का खतरा ज्यादा है. कई जिलों के मजदूर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. राजनांदगांव जिले में भी कई मामले सामने आये थे. जिसमें से कई लोग प्रवासी मजदूर थे. इसके कारण प्रशासन की ओर से खैरागढ़ ब्लॉक में लौटने वाले प्रवासी मजदूरों पर नजर रखी जा रही है. उन्हें उनके गृह गांव या सम्बंधित क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में रखा जा रहा है और पूरी तरह से सावधानी बरती जा रही है.