राजनांदगांव: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के पास फ्लाई ओवर के नीचे जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन में जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी भी पहुंचे. सभी ने केंद्र सरकार के खिलाफ पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर हल्ला बोला. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया.
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ती जा रही हैं. पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की जेब पर आर्थिक रूप से असर डालना शुरू कर दिया है. लॉकडाउन होने के बाद से तकरीबन 4 महीने से लोगों के पास रोजगार नहीं है. ऐसी सूरत में लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए जाने से लोगों को आर्थिक मार झेलनी पड़ रही है. कांग्रेस ने आम आदमी के इस मुद्दे को उठाते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय के पास प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है.
जगदलपुर: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ सड़क पर उतरे कांग्रेस कार्यकर्ता
'आर्थिक रूप से प्रताड़ित कर रही केंद्र सरकार'
प्रदर्शन के दौरान शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. लॉकडाउन के दौरान जो हालात आम आदमी के सामने पैदा हुए हैं, उसके बाद भी पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाना एक तरीके से आर्थिक तौर पर प्रताड़ित करने जैसा है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कम होने के बाद भी देश में इसे महंगा बेचा जा रहा है.
बड़े पैमाने पर होगा उग्र आंदोलन
प्रदर्शन के दौरान महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि 7 जून से लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतें केंद्र सरकार बढ़ा रही है. अब स्थिति ऐसी बन गई है कि इतिहास में पहली बार डीजल, पेट्रोल से महंगा हुआ है. लगातार महंगा ईंधन खरीदकर जनता त्रस्त हो चुकी है. वैश्विक महामारी के कारण आज देश में लोगों के पास आर्थिक संकट के हालात हैं. ऐसी स्थिति में अगर जल्द ही नरेंद्र मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम नहीं करती है, तो कांग्रेस के कार्यकर्ता उग्र प्रदर्शन करेंगे.