राजनांदगांव: जिले में गर्मी के दिनों में सूख चुके तालाबों में जलाशय के माध्यम से पानी का भराव किया जा रहा है. डोंगरगढ़ तहसील के देवकट्टा सिंचाई जलाशय से 5 गांवों के निस्तारी के लिए तलाबों में जल भराव किया गया है.
इसके साथ जलाशय के कमांड एरिया में आने वाले ठाकुरटोला और छीपा के एनीकट सहित कुल 5 एनीकट में भी जलापूर्ति की गई है, लेकिन जलाशय के बंड में दरार की शिकायत सामने आई है, जिस पर एसडीओ प्रदीप नादिया ने अपनी रिपोर्ट जारी किया है.
गेट में पत्थर फंसने से लीकेज
महानदी गोदावरी कछार मुख्य अभियंता डीसी जैन ने बताया कि इसकी तकनीकी अधिकारियों से जांच कराई गई है. जलाशय का बंड और उसका शीर्ष पूरी तरह सुरक्षित है. उन्होंने बताया कि डोंगरगढ़ के जल संसाधन विभाग के एसडीओ प्रदीप नादिया ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट जारी किया है, जिसमें इस बात का उल्लेख किया है कि इस जलाशय के कमाण्ड एरिया के गांव में जलापूर्ति के बाद जलाशय का स्लूज गेट बंद करते समय पत्थर का टुकड़ा फंस गया है, जिसकी वजह से गेट से पानी लीकेज कर रहा है. गेट में फंसे पत्थर को हटाकर गेट को पूरी तरह बंद करने की कार्रवाई की जा रही है.
पढ़ें:-पूर्व विधायक कोमल जंघेल ने PM को लिखा पत्र, किसानों के मामले में हस्तक्षेप की मांग
मुख्य अभियंता डीसी जैन ने बताया कि क्षेत्र में सिंचाई के लिए लगभग 15 साल पहले जलाशय बनाया गया था. जिसकी मुख्य जलाशय की लम्बाई 8 किलोमीटर है और छोटे केनाल की लम्बाई 7 किलोमीटर है, जिसके माध्यम से बेलगांव, कटली, रीवांगहन, कन्हारगांव और देवकट्टा में सिंचाई के लिए जलापूर्ति होती है.
पढ़ें:-सूरजपुर: मजदूर के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद लाइवलीहुड कॉलेज क्वॉरेंटाइन सेंटर में तब्दील
2500 एकड़ में की जाती है सिंचाई
डोंगरगढ़ से जलाशय की दूरी लगभग 13 किलोमीटर है. इस सिंचाई जलाशय के जल भराव क्षमता 3.03 एमसीएम है. देवकट्टा जलाशय में वर्तमान समय में 50 फीसद जलभराव है. खरीफ सीजन में इस जलाशय से 2500 एकड़ में सिंचाई के लिए जलापूर्ति की जाती है.