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दबंगों की दबंगाई: गांव के एक परिवार का किया बहिष्कार

राजनांदगांव के आरबीरा गांव में रहने वाले एक परिवार का गांव के दबंगों ने बहिष्कार कर दिया है. पीड़ित ने इसकी शिकायत एसडीओपी से की है.

boycott of family
पीड़ित परिवार
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Published : Dec 31, 2020, 5:58 PM IST

राजनांदगांव: डोंगरगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत पारागांव के एक गांव में दबंगों की दबंगई देखने को मिली है. दबंगों ने गांव के उपसरपंच देवजी निर्मलकर और उनके परिवार को गांव से बहिष्कृत कर दिया है. पीड़ित परिवारों को अपना गुजर-बसर करने में काफी परेशानी हो रही है.

आरबीरा गांव में नदी के पानी से सिंचाई को लेकर गांव के दबंग कन्हैयालाल कंवर, नोहर सिंह मंडावी, सुजान सिंह खांडे ने एक परिवार को गांव से बाहर निकाल दिया है. इतनी ही नहीं बीते कई महीनों से पीड़ित परिवार को गांव में मीटिंग बुलाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. पीड़ित का कहना है कि गांव से बहिष्कृत किए जाने के बाद गांव में उनके लिए कोई रोजगार नहीं रहा. अपना और अपने परिवार का पेट पालने के लिए उसे गांव से बाहर जाकर काम करना पड़ता है.

पढ़ें: महासमुंद: कोरोना और पंचायत ने कराया सामाजिक बहिष्कार

एसडीओपी ने समझाया

पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत डोंगरगढ़ पुलिस थाना और एसडीओपी कार्यालय में की थी. शिकायत के बाद गुरुवार को एसडीओपी चंद्रेश सिंह ठाकुर ने दोनों पक्षों को थाने में बुलाकर समझाइश दी है. इस बारे में जब मीडिया ने दबंगों से बात करनी चाही तो उन्होंने बात करने से इंकार कर दिया. अब देखने वाली बात होगी की पीड़ित परिवार को कब तक राहत मिल पाती है.

राजनांदगांव: डोंगरगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत पारागांव के एक गांव में दबंगों की दबंगई देखने को मिली है. दबंगों ने गांव के उपसरपंच देवजी निर्मलकर और उनके परिवार को गांव से बहिष्कृत कर दिया है. पीड़ित परिवारों को अपना गुजर-बसर करने में काफी परेशानी हो रही है.

आरबीरा गांव में नदी के पानी से सिंचाई को लेकर गांव के दबंग कन्हैयालाल कंवर, नोहर सिंह मंडावी, सुजान सिंह खांडे ने एक परिवार को गांव से बाहर निकाल दिया है. इतनी ही नहीं बीते कई महीनों से पीड़ित परिवार को गांव में मीटिंग बुलाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. पीड़ित का कहना है कि गांव से बहिष्कृत किए जाने के बाद गांव में उनके लिए कोई रोजगार नहीं रहा. अपना और अपने परिवार का पेट पालने के लिए उसे गांव से बाहर जाकर काम करना पड़ता है.

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एसडीओपी ने समझाया

पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत डोंगरगढ़ पुलिस थाना और एसडीओपी कार्यालय में की थी. शिकायत के बाद गुरुवार को एसडीओपी चंद्रेश सिंह ठाकुर ने दोनों पक्षों को थाने में बुलाकर समझाइश दी है. इस बारे में जब मीडिया ने दबंगों से बात करनी चाही तो उन्होंने बात करने से इंकार कर दिया. अब देखने वाली बात होगी की पीड़ित परिवार को कब तक राहत मिल पाती है.

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