राजनांदगांव: आज हम भले ही चांद तक पहुंच गए हों लेकिन 21वीं सदी में भी रूढ़िवादी परंपराओं की बेड़ियों में जकड़े हुए हैं. जिले की मुड़पार पंचायत में 11 परिवारों का बहिष्कार कर दिया गया है. इतना ही नहीं सरपंच सहित 11 परिवार को 7 लाख रुपए जुर्माना जमा करने का फरमान भी जारी कर दिया गया. इसके साथ ही इन परिवारों के मवेशियों को घास चराने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. जिससे परेशान होकर लोगों ने कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य से शिकायत की है.
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डोंगरगढ़ विकासखंड के मुड़पार पंचायत में 24 फरवरी को उपसरपंच चुनाव कराया गया था. इंदिया चौधरी ने ये चुनाव लड़ा था लेकिन हार गई थी. गांव के लोगों ने हारी हुई प्रत्याशी इंदिया चौधरी सहित उनके सहयोगी पंच और अन्य 10 परिवार को गांव से बहिष्कार कर दिया. साथ ही गांव में सम्मिलित करने के लिए सभी को मिलाकर 7 लाख रुपए जुर्माना लगा दिया. जुर्माना नहीं देने की स्थिति में गांव में सम्मिलित नहीं करने की भी चेतावनी है.
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परिवारों के सामने दैनिक जीवन यापन में परेशानी
बहिष्कृत परिवार के मुताबिक ग्राम प्रमुख और गांववालों के सामने वे कई मर्तबा अपील कर चुके हैं. लेकिन पैसा जमा करने पर ही गांव में सम्मिलित करने का जवाब मिल रहा है. बहिष्कृत परिवारों के सामने दैनिक जीवनयापन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि बातचीत, लेन-देन और खेत में कामकाज सब कुछ प्रतिबंधित कर दिया गया है. परिवार का आरोप है कि किसी पर 2.50 लाख जुर्माना, तो किसी पर 1 लाख 50 हजार, तो किसी पर 51 हजार लगाया गया है, अब ऐसे में लॉकडाउन के बीच जुर्माना दें या फिर परिवार चलाएं.
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परिवार सहित चक्काजाम करने की चेतावनी
बहिष्कृत परिवार के सभी सदस्यों ने राजनांदगांव कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य, डोंगरगढ़ एसडीएम, थाना प्रभारी डोंगरगढ़ से शिकायत की लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में बहिष्कृत परिवार छोटे-छोटे बच्चों को लेकर चक्काजाम करने की चेतावनी दे रहे हैं.