राजनांदगांव: जिले के अंबागढ़ चौकी विकासखंड के ग्राम पंचायत रंगकठेरा के गांव जरहाटोल में बड़ी संख्या में दुर्लभ पक्षीयों की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जरहाटोल गांव के एक खेत में जहरीले पानी पीने से बड़ी संख्या में दुर्लभ पक्षी तोता, गौरैया, कौआ की मौत (birds died due to drinking poisonous water) हो गई है. एक साथ सैकड़ों पक्षियों की दर्दनाक मौत की सूचना से वन विभाग में हड़कंप मच गया. मौके पर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के रेंज ऑफिसर से लेकर डीएफओ कार्यालय राजनांदगांव की टीम मामले की सघन जांच के लिए पहुंची है और जांच की जा रही है.
पक्षियों की मौत की क्या है वजह: रंगकठेरा ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम जरहाटोला में एक किसान के खेत में जहरीली पदार्थ का अत्यधिक छिड़काव कर दिया गया. जिसका खामियाजा प्यासे पक्षियों को अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ी. खेत में पानी पीने के लिए तोता, कौआ, गौरैया जैसे दुर्लभ पक्षियों का जमावड़ा रहता है. लेकिन इस बार खेत में जहरीली पदार्थ का छिड़काव करने के चलते जहरीला पानी पीने से खेत में ही बड़ी संख्या में पक्षियों की दर्दनाक मौत (birds died due to drinking poisonous water) हो गई.
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मानक दर से अधिक किया जहरीली दवा का छिड़काव: इस मामले में गांव की तरफ से फॉरेस्ट अमले को खबर मिलने पर अंबागढ़ चौकी फॉरेस्ट रेंज अफसर तथा आला अधिकारियों की टीम (ambagarh chouki forest range) मौके पर पहुंची. पड़ताल में पता चला है कि एक किसान के खेत में बेहद ही जहरीली दवा का छिड़काव किया (Forest department rajnandgaon) गया था, जो मानक दर से अधिक था. जैसे ही प्यासे पक्षियों ने खेत का पानी पिया, उनकी दर्दनाक मौत हो गई.
वन विभाग कर रहा मामले की जांच: इस मामले में प्रशिक्षु आईएफएस चंद्रशेखर शंकर सिंह परदेशी ने बताया कि "किसान ने खेत में धान के साथ प्रतिबंधित दवाई मिलाकर छिड़काव कर दिया था, उन धान के बीजों और पानी का सेवन करने से कई पंक्षियों की मौत हो गई है. इसकी जानकारी मिलते ही हमने वहां पहुंचकर मुआयना किया. हमने पाया कि वहां 52 पक्षी मरे (birds died in rajnandgaon) पड़े थे. वन विभाग द्वारा पूरे मामले की जांच (Forest department engaged in investigation) की जा रही है."