राजनांदगांव: जिले के खैरागढ़ से एक बालक की लापता होने की शिकायत खैरागढ़ पुलिस थाना में कराई थी. परिजनों के शिकायत के बाद इस मामले को पुलिस ने 24 घंटे में सुलझा लिया था और बालक को महाराष्ट्र से सुरक्षित बरामद कर लिया था. बालक को लेकर पुलिस शनिवार को राजनांदगांव पहुंची.
पूछताछ के दौरान पता चला कि, बच्चे के परिवारवालों ने पब्जी खेलने पर उसे डांट दिया था, जिसके बाद बालक ने गुस्से में आकर घर छोड़ दिया और महाराष्ट्र के लिए निकल गया.
महाराष्ट्र में हुआ मोबाइल ट्रेस
शिकायत के तुरंत बाद पुलिस ने खोजबीन तेज कर दी थी. राजनांदगांव एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने खुद ही इसका मोर्चा संभाला. नाबालिग के घर छोड़े जाने के बाद उसके मोबाइल नंबर को लगातार ट्रेस किया गया. इस दौरान महाराष्ट्र के बुलढाणा के पास नाबालिग की लोकेशन मिली, जिसके बाद पुलिस पार्टी तत्काल रवाना हुई और मौके से बालक को समझा-बुझाकर वापस लाया गया.
पुलिस ने पूछताछ के बाद बालक को सौंपा
वहीं बालक को राजनांदगांव लाने के बाद पुलिस ने पूछताछ की. इस दौरान पाया गया कि पब्जी गेम खेलने को लेकर घर वालों से विवाद हुआ था. पुलिस ने बालक को उनके परिजनों को सौंप दिया है. बताया जा रहा है कि, बालक की लड़ाई पब्जी गेम खेलने को लेकर इससे पहले भी कई बार हुई है और घर वालों के मना करने पर वह कई बार नराज हो जाता था.
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खैरागढ़ का था बालक
बता दें नाबालिग बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात को घर से अचानक लपता हो गया था. जिसके बाद परिजनों ने अपने बेटे का लापता होने की शिकायत खैरागढ़ थाने में की थी. बताया जा रहा है, बालक खैरागढ़ के सोनारपारा निवासी था. जिसकी उम्र 15 साल बताई जा रही है.