राजनांदगांव: शहर की शान कहे जाने वाले जयस्तंभ चौक पर लहराते 51 फीट के तिरंगे को अब नगर निगम की नजर लग गयी है. नगर निगम जयस्तंभ चौक पर तिरंगा लहराने से लगातार परहेज कर रहा है. आश्चर्य की बात यह है कि कभी नगर निगम आयुक्त ने भी इसकी कोई जानकारी नहीं ली जिसके कारण शहर का जयस्तंभ अब सूना पड़ गया है.
जो शहर की शान होता था वह है अब नदारद, जानें क्यों तिरंगे से नगर निगम को परहेज
राजनांदगांव शहर के जयस्तंभ चौक पर लहराने वाला 51 फीट का तिरंगा महीनों से ताबूत में बंद पड़ा है नगर निगम जयस्तंभ चौक पर तिरंगा लहराने से लगातार परहेज कर रही है.
जयस्तंभ चौक पर लहराने वाला 51 फीट का तिरंगा गायब
राजनांदगांव: शहर की शान कहे जाने वाले जयस्तंभ चौक पर लहराते 51 फीट के तिरंगे को अब नगर निगम की नजर लग गयी है. नगर निगम जयस्तंभ चौक पर तिरंगा लहराने से लगातार परहेज कर रहा है. आश्चर्य की बात यह है कि कभी नगर निगम आयुक्त ने भी इसकी कोई जानकारी नहीं ली जिसके कारण शहर का जयस्तंभ अब सूना पड़ गया है.
Intro:राजनांदगांव शहर के जयस्तंभ चौक पर लहराने वाला 51 फीट का तिरंगा महीनों से ताबूत भी बंद पड़ा है नगर निगम जयस्तंभ चौक पर तिरंगा लहराने से लगातार परहेज कर रहा है पिछले 10 महीनों से नगर निगम ने जयस्तंभ चौक पर तिरंगा नहीं लहराया है मजे की बात तो यह है कि इस विषय में नगर निगम आयुक्त ने भी कभी कोई सुध नहीं ली है इसके चलते शहर का जयस्तंभ चौक सूना पड़ा हुआ है.
Body:बता दे कि नगर निगम के लापरवाह अधिकारी और कर्मचारियों ने पिछले 10 महीने से शहर के जयस्तंभ चौक में तिरंगा नहीं फहराया है पूर्व महापौर नरेश डाकलिया के कार्यकाल में शहर के जयस्तंभ चौक पर 51 फीट का तिरंगा फहराया गया था जो कि शहर की शान हुआ करता था लेकिन तकरीबन 10 महीने से नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस तिरंगे झंडे को बिना कारण ही उतार कर रख दिया है नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी तो इस विषय में यह भी जानकारी देने से कतरा रहे हैं कि आखिर तिरंगा क्यों नहीं फहराया जा रहा है.
आचार संहिता के पहले हटा
मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम के कर्मचारियों ने जयस्तंभ चौक से तिरंगा झंडा पिछले विधानसभा चुनाव में लगने वाली आचार संहिता के पहले ही हटा दिया था और इसके बाद फिर लोकसभा चुनाव भी निपट गए लेकिन अधिकारी कर्मचारियों ने तिरंगे झंडे को फहराने की जहमत नहीं उठाई.
अभी जलती है लाइटें
जयस्तंभ चौक पर तिरंगा झंडा 24 घंटे लहराता रहता था झंडा अधिनियम के तहत इसके लिए नगर निगम ने झंडे में रोशनी की पर्याप्त मात्रा रहने के लिए लाइटें भी लगाई थी और इसके बाद निगम ने झंडा उतरवा दिया है लेकिन लाइटें अब भी लगातार जलती रहती है खाली पड़े पोल पर केवल रोशनी पड़ती है इसे नगर निगम में हटाने के लिए अब तक कोई प्रयास नहीं किया है.
Conclusion:जानकारी ली जाएगी
इस मामले में नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक का कहना है कि उन्हें अब तक इस विषय में कुछ भी नहीं मालूम है ईटीवी भारत के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली है अधीनस्थ कर्मचारियों से इसकी जानकारी मंगवा कर उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
Body:बता दे कि नगर निगम के लापरवाह अधिकारी और कर्मचारियों ने पिछले 10 महीने से शहर के जयस्तंभ चौक में तिरंगा नहीं फहराया है पूर्व महापौर नरेश डाकलिया के कार्यकाल में शहर के जयस्तंभ चौक पर 51 फीट का तिरंगा फहराया गया था जो कि शहर की शान हुआ करता था लेकिन तकरीबन 10 महीने से नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस तिरंगे झंडे को बिना कारण ही उतार कर रख दिया है नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी तो इस विषय में यह भी जानकारी देने से कतरा रहे हैं कि आखिर तिरंगा क्यों नहीं फहराया जा रहा है.
आचार संहिता के पहले हटा
मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम के कर्मचारियों ने जयस्तंभ चौक से तिरंगा झंडा पिछले विधानसभा चुनाव में लगने वाली आचार संहिता के पहले ही हटा दिया था और इसके बाद फिर लोकसभा चुनाव भी निपट गए लेकिन अधिकारी कर्मचारियों ने तिरंगे झंडे को फहराने की जहमत नहीं उठाई.
अभी जलती है लाइटें
जयस्तंभ चौक पर तिरंगा झंडा 24 घंटे लहराता रहता था झंडा अधिनियम के तहत इसके लिए नगर निगम ने झंडे में रोशनी की पर्याप्त मात्रा रहने के लिए लाइटें भी लगाई थी और इसके बाद निगम ने झंडा उतरवा दिया है लेकिन लाइटें अब भी लगातार जलती रहती है खाली पड़े पोल पर केवल रोशनी पड़ती है इसे नगर निगम में हटाने के लिए अब तक कोई प्रयास नहीं किया है.
Conclusion:जानकारी ली जाएगी
इस मामले में नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक का कहना है कि उन्हें अब तक इस विषय में कुछ भी नहीं मालूम है ईटीवी भारत के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली है अधीनस्थ कर्मचारियों से इसकी जानकारी मंगवा कर उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.