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छत्तीसगढ़ में महिलाएं असुरक्षित, हर दिन हो रहे 12 बलात्कार-गैंगरेप - रायपुर की खबरें

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू द्वारा विधानसभा में बलात्कार और गैंगरेप के बारे में दी गई जानकारी काफी भयावह है. उन्होंने सदन में भाजपा विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी के एक प्रश्न के लिखित जवाब में बताया है कि प्रदेश में हर महीने करीब 370 बलात्कार और गैंगरेप की घटनाएं हो रही हैं. इस तरह सूबे में प्रतिदिन करीब 12 बलात्कार और गैंगरेप की घटनाएं सामने आ रही हैं.

छत्तीसगढ़ में महिलाएं असुरक्षित
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Published : Aug 13, 2021, 3:23 PM IST

Updated : Aug 15, 2021, 9:16 PM IST

रायपुरः

छत्तीसगढ़ में दिनोंदिन बलात्कार की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं. एक के बाद एक बढ़ती घटनाओं को देखते हुए प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं. छत्तीसगढ़ में एक जनवरी 2020 से चार जुलाई 2021 के बीच दुराचार और गैंगरेप की 6674 घटनाएं हुई हैं. यह जानकारी खुद गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने विधानसभा में दी है. भाजपा विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी के एक प्रश्न के लिखित जवाब में गृहमंत्री साहू ने यह जानकारी दी है. विधानसभा से मिले आंकड़ों से साफ जाहिर होता है कि प्रदेश में हर महीने करीब 370 बलात्कार और गैंगरेप की घटना हो रही हैं. इस तरह सूबे में प्रतिदिन करीब 12 बलात्कार और गैंगरेप की घटना सामने आ रही हैं.

छत्तीसगढ़ में महिलाएं असुरक्षित
ज्यादातर नाबालिक हो रहीं शिकार विधानसभा से मिले आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में होने वाली बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. इनमें सबसे ज्यादा नाबालिग बलात्कार और गैंगरेप की शिकार हो रही हैं. प्रदेश में 1 जनवरी 2020 से लेकर 4 जुलाई 2021 के बीच हुए 6674 बलात्कार और गैंग रेप के मामलों में से 3717 मामलों में पीड़िता नाबालिग ही है. रायपुर में सबसे ज्यादा बलात्कार और गैंग रेप की घटनाएं प्रदेश में बढ़ते बलात्कार की घटनाओं के बीच सबसे ज्यादा घटना रायपुर में देखने को मिली हैं. सबसे ज्यादा 713 मामले रायपुर जिले के ही हैं. दुर्ग में 515, बिलासपुर में 489, जांजगीर में 437, कोरिया 338, बलौदाबाजार में 322, कोरबा 321 और सूरजपुर जिले में 315 मामले हैं. यह आंकड़े पिछले डेढ़ साल के हैं.

जितनी जवाबदारी शासन-प्रशासन की, उतनी ही लोगों की भी

बलात्कार की बढ़ती घटनाओं को लेकर समाजसेविका प्रीति उपाध्याय का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जितनी जवाबदारी शासन प्रशासन की है, उतनी ही लोगों की भी है. उन्होंने बताया कि बलात्कार की ज्यादातर घटनाओं को जान-पहचान के लोग ही अंजाम देते हैं. ऐसे में किसी पर भी आंख मूंदकर विश्वास करने से परहेज करना चाहिए. ऐसी घटनाओं को रोकने में बच्चों के मां-बाप की भी एक महत्वपूर्ण भूमिका है, जो अपने बच्चों को अच्छे और बुरे की जानकारी दें. साथ ही शासन-प्रशासन को चाहिए कि वे इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुनसान जगहों पर पेट्रोलिंग की व्यवस्था करें. साथ ही पब्लिक प्लेस में भी पर्याप्त मात्रा में लाइट की व्यवस्था की जाए. इसके अलावा जागरूकता अभियान भी चलाए जाएं. खासकर अब के दौर में स्कूल शिक्षा में भी सेक्स एजुकेशन को शामिल किया जाना चाहिए.
5 साल के बलात्कार और गैंगरेप के आंकड़े
साल बलात्कार
2015 1561
2016 1627
2017 1926
2018 2091
2019 से जनवरी 2020 तक 2520
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कुल मामले 9725
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रायपुरः

छत्तीसगढ़ में दिनोंदिन बलात्कार की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं. एक के बाद एक बढ़ती घटनाओं को देखते हुए प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं. छत्तीसगढ़ में एक जनवरी 2020 से चार जुलाई 2021 के बीच दुराचार और गैंगरेप की 6674 घटनाएं हुई हैं. यह जानकारी खुद गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने विधानसभा में दी है. भाजपा विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी के एक प्रश्न के लिखित जवाब में गृहमंत्री साहू ने यह जानकारी दी है. विधानसभा से मिले आंकड़ों से साफ जाहिर होता है कि प्रदेश में हर महीने करीब 370 बलात्कार और गैंगरेप की घटना हो रही हैं. इस तरह सूबे में प्रतिदिन करीब 12 बलात्कार और गैंगरेप की घटना सामने आ रही हैं.

छत्तीसगढ़ में महिलाएं असुरक्षित
ज्यादातर नाबालिक हो रहीं शिकार विधानसभा से मिले आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में होने वाली बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. इनमें सबसे ज्यादा नाबालिग बलात्कार और गैंगरेप की शिकार हो रही हैं. प्रदेश में 1 जनवरी 2020 से लेकर 4 जुलाई 2021 के बीच हुए 6674 बलात्कार और गैंग रेप के मामलों में से 3717 मामलों में पीड़िता नाबालिग ही है. रायपुर में सबसे ज्यादा बलात्कार और गैंग रेप की घटनाएं प्रदेश में बढ़ते बलात्कार की घटनाओं के बीच सबसे ज्यादा घटना रायपुर में देखने को मिली हैं. सबसे ज्यादा 713 मामले रायपुर जिले के ही हैं. दुर्ग में 515, बिलासपुर में 489, जांजगीर में 437, कोरिया 338, बलौदाबाजार में 322, कोरबा 321 और सूरजपुर जिले में 315 मामले हैं. यह आंकड़े पिछले डेढ़ साल के हैं.

जितनी जवाबदारी शासन-प्रशासन की, उतनी ही लोगों की भी

बलात्कार की बढ़ती घटनाओं को लेकर समाजसेविका प्रीति उपाध्याय का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जितनी जवाबदारी शासन प्रशासन की है, उतनी ही लोगों की भी है. उन्होंने बताया कि बलात्कार की ज्यादातर घटनाओं को जान-पहचान के लोग ही अंजाम देते हैं. ऐसे में किसी पर भी आंख मूंदकर विश्वास करने से परहेज करना चाहिए. ऐसी घटनाओं को रोकने में बच्चों के मां-बाप की भी एक महत्वपूर्ण भूमिका है, जो अपने बच्चों को अच्छे और बुरे की जानकारी दें. साथ ही शासन-प्रशासन को चाहिए कि वे इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुनसान जगहों पर पेट्रोलिंग की व्यवस्था करें. साथ ही पब्लिक प्लेस में भी पर्याप्त मात्रा में लाइट की व्यवस्था की जाए. इसके अलावा जागरूकता अभियान भी चलाए जाएं. खासकर अब के दौर में स्कूल शिक्षा में भी सेक्स एजुकेशन को शामिल किया जाना चाहिए.
5 साल के बलात्कार और गैंगरेप के आंकड़े
साल बलात्कार
2015 1561
2016 1627
2017 1926
2018 2091
2019 से जनवरी 2020 तक 2520
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कुल मामले 9725
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Last Updated : Aug 15, 2021, 9:16 PM IST
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