रायपुर: साय कैबिनेट का शुक्रवार को विस्तार हुआ है. इसमें पहली बार के विधायक और पूर्व आईएएस ओपी चौधरी को भी मंत्री बनाया गया है. ओपी चौधरी को राजभवन में राज्यपाल ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान ओपी चौधरी की मां कौशल्या चौधरी भी वहां मौजूद थी. उन्होंने अपने बेटे को आशीर्वाद दिया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.
बचपन से शांत और सीधे स्वभाव के थे ओपी चौधरी: ईटीवी भारत ने मंत्री ओपी चौधरी की मां कौशल्या चौधरी से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि, "काफी संघर्ष से ओपी चौधरी का पालन पोषण किया है. ओपी चौधरी बचपन में और बच्चों की तरह चंचल नहीं थे. वो शांत और सीधे-साधे स्वभाव के थे." बातचीत के दौरान कौशल्या चौधरी ने ओपी चौधरी के इन मुकाम पर पहुंचने के लिए भगवान और प्रदेश की जनता को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता की सेवा के लिए ओपी चौधरी राजनीति में आए हैं. कौशल्या चौधरी ने कहा कि, " हमने कभी सोचा भी नहीं था कि वो राजनीति में आएंगे. जनता की सेवा करने के लिए उसने सियासत का रूख किया. "
जानिए कौन हैं ओपी चौधरी: ओपी चौधरी 23 साल की उम्र में ही आईएएस अफसर बन गए थे. ओपी चौधरी साल 2005 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अफसर थे. उनकी पहली पोस्टिंग बतौरा सहायक कलेक्टर साल 2006 में कोरबा में हुई थी. फिर साल 2007 में उन्हें रायपुर में एसडीएम बनाया गया. 2007 में उन्हें जांजगीर जिला पंचायत का सीईओ बनाया गया. इसके बाद वो रायपुर नगर निगम कमिश्नर रहे. फिर साल 2011 में उन्हें दंतेवाड़ा में कलेक्टर के तौर पर पदस्थ किया गया. रायपुर कलेक्टर भी ओपी चौधरी रहे. शुक्रवार को साय कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ लेकर ओपी कैबिनेट मंत्री बन गए हैं.