रायपुरः आज छठ पर्व (Chath puja)पूरे विश्व भर में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. बता दें कि ये महापर्व खास तौर पर पूर्वाचल के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला पर्व है. हालांकि मौजूदा समय में ये पर्व देश के हर राज्य के लोग ही नहीं बल्कि हर जाति के लोग करते हैं. साथ ही ये पर्व अब विदेशों में भी धूमधाम से मनाया जाता है. इस व्रत में परवैतिन यानी कि व्रती 36 घंटे का निर्जला व्रत रखती है. वहीं, आज व्रत का सबसे कठिन दिन है. यानी कि आज संघ्या अर्घ्य (Sandhya arghya) का दिन है. आज के दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हुए महिलाएं भगवान सूर्य (God surya) की आराधना करती है.
संघ्या अर्घ्य के बाद रंगारंग कार्यक्रम का होगा आयोजन
वहीं, आज रायपुर (Raipur) के महादेव घाट (Mahadev Ghat) में हजारों की संख्या में महिलाएं (Vrati) छठ पर्व (Chath parw) मना रही हैं. व्रती डूबते सूर्य को अर्घ्य दे रही हैं ,जिसके बाद यहां पर रंगारंग कार्यक्रम (Programe) भी ऑर्गेनाइज किया गया है. जिसमें कई भोजपुरी कलाकारों को बाहर से बुलाया गया है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के भी कलाकार इस रंगारंग कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
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हजारों लोग इस घाट में आते है छठ मनाने
बता दें कि महादेव घाट रायपुर का सबसे बड़ा घाट है. यहां हर साल हजारों की संख्या में लोग छठ पूजा मनाने आते हैं. इस साल भी हजारों की तादाद में भीड़ उमड़ी है. सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रती अपने घर चली जाएंगी. जिसके बाद वो घर पर सुबह के अर्घ्य की तैयारी करेंगी. वहीं, रात को घाट में कुछ लोग मौजूद रहेंगे, जिनके मनोरंजन के लिए घाट पर कई रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस विषय में ईटीवी भारत ने कुछ लोगों से बातचीत की.
पति और बच्चों के दिर्घायु के लिए व्रती रखती हैं व्रत
बातचीत के दौरान लोगों ने बताया कि छठ का त्यौहार उनके लिए साल का सबसे बड़ा त्यौहार है. जिसे वह बड़े धूमधाम से मनाते हैं. घर की महिलाएं बच्चे और पति के दीर्घायु के लिए 36 घंटे का निर्जला व्रत रखती हैं. वही सुबह अर्घ्य देने के बाद ही महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं.