रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. प्रदेश में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो चुकी है. इस बीच हर पार्टी वोटरों को अपने पाले में लेने का प्रयास कर रही है. वोटर्स चुनाव में काफी महत्वपूर्ण होते हैं. लोगों के वोट पर नेताओं का भविष्य टिका होता है.आइए आपको हम बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में कब और कितने वोट पड़े हैं. पिछले चुनावों में पुरुष और महिला वोटरों के साथ ही एससी, एसटी और थर्ड जेंडर मतदाताओं की कितनी भूमिका सरकार बनाने में रही है.
पोस्टल सहित पिछले चुनावों में पड़े वोट: छत्तीसगढ़ में साल 2003 में कुल 1 करोड़ 35 लाख 43 हजार 656 मतदाता थे. इनमें 96 लाख 56 हजार 162 मतदाताओं ने वोट दिया. साल 2003 में कुल 71.30 फीसद वोट पड़े. वहीं साल 2008 में छत्तीसगढ़ में कुल मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 75 लाख 3083 थी. इनमें 1 करोड़ 52 लाख 18 हजार 560 मतदाताओं ने वोट दिया था.इस साल वोटिंग फीसद पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले कम हो गई थी. इस साल 70.66 प्रतिशत वोट पड़े थे. इसके बाद साल 2013 में 1 करोड़ 68 लाख 95 हजार 762 मतदाताओं की संख्या प्रदेश में थी, जिनमें 1 करोड़ 30 लाख 85 हजार 884 ने वोट दिया था. इस साल वोटिंग फीसद 77.45 था. यानी पिछले चुनाव से इस साल वोटिंग प्रतिशत में इजाफा हुआ. हालांकि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 85 लाख 88 हजार 520 थी. इसमें 1 करोड़ 42 लाख 90 हजार 497 ने वोट दिया.इस साल वोटिंग फीसद 76.88 रहा.
पिछले चुनावों में पुरुष मतदाताओं के वोटों का आंकड़ा: साल 2003 में छत्तीसगढ़ में पुरुष मतदाताओं की संख्या 6811150 थी. इनमें 5084506 मतदाताओं ने वोट दिया था. इस साल पुरुष मतदाताओं का वोटिंग फीसद 74.65 थी. साल 2008 में पुरुष मतदाताओं की संख्या 7675813 थी. इसमें 5511189 पुरुष मतदाताओं ने अपने मतों का प्रयोग किया था. साल 2008 में पुरुष मतदाताओं की वोटिंग फीसद 71.80 थी. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल 8586556 पुरुष मतदाता थे. इस साल 6605610 पुरुष मतदाताओं ने वोट दिया था. इनका वोटिंग फीसद पिछले चुनाव के मुकाबले बढ़ कर इस साल 76.93 फीसद हो गया था. वहीं, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल पुरुष मतदाताओं की संख्या 9319158 थी. इस साल 7136626 पुरुष मतदाताओं ने वोट दिया था. साल 2018 में पुरुष मतदाताओं का वोटिंग फीसद 76.58 था.
पिछले चुनावों में महिला मतदाताओं के वोटों का आंकड़ा: साल 2003 के विधानसभा चुनाव में महिला मतदाताओं की संख्या 6732506 थी. इस साल 4571656 महिला मतदाताओं ने वोट दिया था. इस साल महिला मतदाताओं का वोटिंग फीसद 67.90 था. वहीं, साल 2008 के विधानसभा चुनाव में महिला मतदाताओं की संख्या 7542747 थी. इनमें 5219382 महिला मतदाताओं ने मतदान किया था. इस साल महिला वोटरों का वोटिंग फीसद 69.20 था. बात अगर साल 2013 के विधानसभा चुनाव की करें को इस साल कुल महिला मतदाताओं की संख्या 8308557 थी. इस साल 6423948 महिला मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया.इस साल महिला वोटरों का वोटिंग फीसद 77.32 था. वहीं, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल महिला वोटरों की संख्या 9268474 थी. इनमें 7074636 महिला वोटरों ने अपने मत का प्रयोग किया. इस साल महिला वोटरों का वोटिंग फीसद 76.33 था.
पिछले चुनावों में एससी मतदाताओं के वोटों का आंकड़ा: साल 2003 के विधानसभा चुनाव में एससी मतदाताओं की संख्या 1454467 थी. इस साल 1006735 एससी मतदाताओं ने वोट डाला था. इस साल एससी वोटरों का वोटिंग फीसद 69.22 थी. वहीं, साल 2008 के विधानसभा चुनाव में एससी मतदाताओं की कुल संख्या 1822446 थी. इस साल 1269104 एससी मतदाताओं ने अपने मतों का प्रयोग किया था. इस साल इनको वोटिंग फीसद 69.64 था.. बात अगर साल 2013 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस साल कुल एससी वोटरों की संख्या 2032963 थी. इनमें 1556825 एससी वोटरों ने अपने मत का प्रयोग किया था.इनकी वोटिंग फीसद 76.58 थी. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में एससी वोटरों की कुल संख्या 2257034 थी. इनमें 1685986 वोटरों ने अपने मत का प्रयोग किया था. इस साल इनका वोटिंग फीसद 74.70 था.
पिछले चुनावों में एससी पुरुष मतदाताओं के वोटों का आंकड़ा: पिछले विधानसभा चुनावों में एससी पुरुष मतदाताओं ने बढ़-चढ़ कर वोट दिया था. साल 2003 के विधानसभा चुनाव में कुल एससी पुरुष वोटरों की संख्या 730488 थी. इनमें 529508 एससी पुरुष मतदाताओं ने वोट दिया. इनका वोटिंग फीसद इस साल 72.49 था. वहीं, साल 2008 के विधानसभा चुनाव में कुल एससी पुरुष वोटरों की संख्या 921521 थी. इनमें 656479 एससी वोटरों ने वोट डाला था. इनका वोटिंग प्रतिशत इस साल 71.24 रहा. वहीं, साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल 1042238 एससी पुरुष मतदाता थे. इनमें 792882 एससी पुरुष मतदाताओं ने वोट दिया था. इनका वोटिंग फीसद 76.07 था. वहीं, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल एससी पुरुष वोटरों की संख्या 1144089 थी. इनमें 851127 वोटरों ने अपने मतों का प्रयोग किया था. वहीं, इस साल इनका वोटिंग फीसद 74.39 था.
पिछले चुनावों में एससी महिला मतदाताओं के वोटों का आंकड़ा: पिछले विधानसभा चुनावों में एससी महिला मतदाताओं ने बढ़ चढ़कर वोट दिया था. साल 2003 के विधानसभा चुनाव में कुल 723979 एससी महिला वोटर थे. इनमें 477227 ने अपने वोट का प्रयोग किया. इस साल इनका वोटिंग फीसद 65.92 था. वहीं, साल 2008 के विधानसभा चुनाव में कुल एससी महिला वोटरों की संख्या 900925 थी, जिनमें 611105 एससी महिला वोटरों ने वोट डाला. इनका वोटिंग प्रतिशत अस साल 67.83 था. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में 990650 एससी महिला वोटर्स थे. इनमें 758715 ने वोट डाला. इस साल एससी महिला वोटरों का वोटिंग फीसद 76.59 था. वहीं, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल एससी महिला वोटरों की संख्या 1112834 थी. इनमें 826071 ने अपने मत का प्रयोग किया. इस साल एससी महिला वोटरों का वोटिंग फीसद 74.23 था.
पिछले चुनावों में एसटी मतदाताओं के वोटों का आंकड़ा: पिछले विधानसभा चुनावों में अगर एसटी वोटरों की बात करें तो इनका भी खास योगदान सत्ता परिवर्तन में रहा है. साल 2003 के विधानसभा चुनाव में कुल 4714017 एसटी वोटर्स थे. इनमें 3187549 वोटर्स ने वोट दिया था.इस साल एसटी वोटरों का वोटिंग फीसद 67.62 था. वहीं, साल 2008 के विधानसभा चुनाव में कुल एसटी वोटरों की संख्या 4531649 थी. इस साल 3203057 एसटी वोटरों ने वोट डाला था. इस साल एसटी वोटरों का वोटिंग फीसद 70.68 था. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में एसटी वोटरों की कुल संख्या 4956461 थी. इस साल 3919143 वोटरों ने अपने मत का प्रयोग किया. इस साल इनका वोटिंग फीसद 79.07 था. वहीं, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में एसटी वोटरों की कुल संख्या 5379167 थी. इनमें 4253803 एसटी वोटरों ने वोट डाला था. इस साल एसटी वोटरों का कुल वोटिंग फीसद 79.08 था.
पिछले चुनावों में एसटी पुरुष मतदाताओं के वोटों का आंकड़ा: साल 2003 के विधानसभा चुनाव में कुल पुरुष एसटी मतदाताओं की संख्या 2350497 थी. इनमें 1711936 मतदाताओं ने वोट डाला था. इस साल इनका वोटिंग फीसद 72.83 था. वहीं, साल 2008 के विधानसभा चुनाव में एसटी मतदाताओं की संख्या 2249751 थी. इनमें 1637424 पुरुष मतदाताओं ने वोट डाला था. इनका वोटिंग फीसद 72.78 था. वहीं, साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल एसटी पुरुष मतदाताओं की संख्या 2474421 थी. इनमें 1950956 मतदाताओं ने मतदान किया था. इस साल इनका वोटिंग फीसद 78.84 था. बात अगर साल 2018 के विधानसभा चुनाव की करें को इस साल कुल एसटी पुरुष मतदाता 2653128 थे. इनमें 2094404 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया. इस साल इनका वोटिंग फीसद 78.94 था.
पिछले चुनावों में एसटी महिला मतदाताओं के वोटों का आंकड़ा: साल 2003 के विधानसभा चुनाव में एसटी महिला वोटरों की संख्या 2363520 थी. इस साल 1475613 एसटी महिला वोटरों ने अपने मतों का प्रयोग किया था. इस साल इनका वोटिंग फीसद 62.43 था. वहीं, साल 2008 के विधानसभा चुनाव में कुल एसटी महिला वोटरों की संख्या 2281898 थी, इनमें 1559016 महिला वोटरों ने अपने मत का प्रयोग किया था. इस साल इनका वोटिंग फीसद 68.32 था. वहीं, साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल एसटी महिला मतदाताओं की संख्या 2482001 थी. इनमें 1949935 महिला वोटरों ने अपने मत का प्रयोग किया था. इस साल इनका वोटिंग फीसद 78.56 था. बात अगर साल 2018 के विधानसभा चुनाव की करें तो साल 2018 के विधानसभा चुनाव में एसटी महिला वोटरों की कुल संख्या 2725894 थी. इस साल 2136729 महिला वोटरों ने अपने मत का प्रयोग किया था. इस साल इनका वोटिंग फीसद 78.39 था.
पिछले विधानसभा चुनावों में थर्ड जेंडर वोटरों का आंकड़ा: साल 2013 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में 649 थर्ड जेंडर मतदाता थे. हालांकि इन्होंने अपने मतों का प्रयोग नहीं किया. इस साल इनका वोटिंग फीसद भी शून्य था. वहीं, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में 888 थर्ड जेंडर मतदाता थे. इनमें 71 थर्ड जेंडर मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया. इस साल इनका वोटिंग फीसद 7.99 प्रतिशत था.