रायपुर: मोहरेंगा से एक किलोमीटर दूर पर रविवार रात करीब 1:30 बजे गांव वालों ने घेराबंदी कर मवेशी की तस्करी के प्रयास को विफल कर दिया. खरोरा के पास भरवाडीह गांव और मोहरेंगा के बीच एकोरेक्स कंपनी के बाजू में गांव वालों ने 407 और छोटा हाथी वाहन में ले जा रहे करीब 25 जानवरों को तस्करों से बचाया है.
गांव वालों के मुताबिक यह गोरखधंधा कई दिनों से चल रहा था, लेकिन मवेशी तस्कर की चालाकी की वजह से गांव वालों के पकड़ में नहीं आ रहे थे. पुलिस प्रशासन भी लगातार कोशिश कर रही थी, लेकिन बरसात और आउटर एरिया का फायदा उठा तस्कर पुलिस और गांव वालों को चकमा देने में सफल हो रहे थे.
ग्रामीणों ने घेराबंदी कर पकड़ा
बीते रविवार को गांव वालों ने घेराबंदी कर मवेशी तस्करों को पकड़ा और इसकी सूचना खरोरा पुलिस को दी, जिसके बाद खरोरा थाना की टीम पहुंचकर मौके से गाड़ी चालक को गिरफ्तार किया. हालांकि एक अन्य वाहन चालक मौके से फरार हो गया. साथ ही ग्राम पंचायत मोहदी के उपसरपंच राजकुमार रात्रे भी मौके पर मौजूद था. उसपर आरोप है कि वो भी मवेशी तस्करों का साथ दे रहा था, जिसके कारण वह भी मौके से फरार हो गया.
अज्ञात व्यक्ति ने वाहन को किया आग के हवाले
पुलिस वाहन चालक सहित वाहन को थाना ले कर आई है. इसके अलावा एक वाहन को किसी अज्ञात ने तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत फायर ब्रिगेड बुलाकर आग पर काबू पाया. इस घटना के बाद पुलिस आगे की जांच में जुट गई है.
मवेशियों पर हो रहे अपराध को लेकर अलग सेल बनाने की मांग
मवेशी तस्करी की सूचना मिलते ही रायपुर से गौ सेना की टीम और गौ सेवा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रवि वर्मा मौके पर पहुंचे. उन्होंने इस संबंध में पुलिस प्रशासन से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. उनका कहना है कि सरकार एक अलग सेल बनाए, जो गौ सेवा और मवेशियों के खिलाफ बढ़ रहे अपराध पर नियंत्रण करे.