ETV Bharat / state

दंतेवाड़ा में वन विभाग की उड़नदस्ता टीम पर हमला, दो वनकर्मी घायल

दंतेवाड़ा में उड़नदस्ता बचेली टीम पर टिकनपाल गांव के लोगों ने हमला (villagers attack on forest department team in dantewada) किया है. दो वनकर्मी घायल हुए हैं. किरंदुल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

villagers attack on forest department team in dantewada
अवैध लकड़ी की तस्करी रोकने गई वन विभाग की टीम पर ग्रामीणों का हमला
author img

By

Published : Aug 2, 2022, 5:05 PM IST

दंतेवाड़ा: उड़नदस्ता बचेली की टीम सोमवार रात मुखबिर की सूचना पर टिकनपाल ग्राम में छापामार कार्रवाई करने पहुंची. टीम को देखकर ग्रामीण भड़क उठे और घेराबंदी कर वनकर्मियों की पिटाई करने लगे. खुद का बचाव करते वनकर्मी वहां से भाग निकले. इस मामले की जानकारी के बाद किरंदुल थाने से पुलिस टीम टिकनपाल ग्राम (illegal timber smuggling in dantewada) पहुंची. गांव से दो घायल कर्मचारियों को बचेली अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार जारी है.

वनकर्मियों पर हमला
क्या है मामला: छत्तीसगढ़ वन विभाग के उड़नदस्ता प्रभारी लक्ष्मीरायण नागे इस मामले की एफआईआर कराने थाना पहुंचे. उन्होंने लिखित आवेदन पेश कर रिपोर्ट दर्ज कराया है कि "टिकनपाल पटेलपारा में अवैध रूप से लकड़ी के फर्नीचर बनाने की मुखबिर से सूचना मिलने पर कार्रवाई के लिए स्टाफ रवाना हुआ था. सामने चल रहे वन रक्षक शिवराज, उमेश कुमार नेगी को टिकनपाल निवासी भीमा ताती, जोगा ताती और पोदिया ताती द्वारा रोककर गालीगलौज किया गया और उनके साथ मारपीट करने लगे." प्रार्थी ने सरकारी काम में बाधा पहुंचाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है.

यह भी पढ़ें: हर घर तिरंगा अभियान: दंतेवाड़ा में स्वसहायता समूह की महिलाएं बना रही तिरंगा


किरंदुल पुलिस कर रही मामले की जांच: डीएफओ संदीप बलगा का कहना है "कि बीती रात मुखबिर की सूचना पर टिकनपाल ग्राम में सागौन लकड़ी का जखीरा होने की सूचना (illegal timber smuggling) मिली थी. जिसके बाद दंतेवाड़ा बचेली की संयुक्त टीम छापामार कार्रवाई करने पहुंची थी. उसी वक्त ग्रामीणों ने टीम को चारों तरफ से घेर लिया और उनसे मारपीट की. जिसमें हमारे दो वन कर्मी घायल हुए हैं, उनका उपचार बचेली अपोलो हॉस्पिटल में चल रहा है. वहीं इस मामले को लेकर किरंदुल थाने में एफआइआर भी की गई है. पुलिस इस पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है."

दंतेवाड़ा: उड़नदस्ता बचेली की टीम सोमवार रात मुखबिर की सूचना पर टिकनपाल ग्राम में छापामार कार्रवाई करने पहुंची. टीम को देखकर ग्रामीण भड़क उठे और घेराबंदी कर वनकर्मियों की पिटाई करने लगे. खुद का बचाव करते वनकर्मी वहां से भाग निकले. इस मामले की जानकारी के बाद किरंदुल थाने से पुलिस टीम टिकनपाल ग्राम (illegal timber smuggling in dantewada) पहुंची. गांव से दो घायल कर्मचारियों को बचेली अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार जारी है.

वनकर्मियों पर हमला
क्या है मामला: छत्तीसगढ़ वन विभाग के उड़नदस्ता प्रभारी लक्ष्मीरायण नागे इस मामले की एफआईआर कराने थाना पहुंचे. उन्होंने लिखित आवेदन पेश कर रिपोर्ट दर्ज कराया है कि "टिकनपाल पटेलपारा में अवैध रूप से लकड़ी के फर्नीचर बनाने की मुखबिर से सूचना मिलने पर कार्रवाई के लिए स्टाफ रवाना हुआ था. सामने चल रहे वन रक्षक शिवराज, उमेश कुमार नेगी को टिकनपाल निवासी भीमा ताती, जोगा ताती और पोदिया ताती द्वारा रोककर गालीगलौज किया गया और उनके साथ मारपीट करने लगे." प्रार्थी ने सरकारी काम में बाधा पहुंचाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है.

यह भी पढ़ें: हर घर तिरंगा अभियान: दंतेवाड़ा में स्वसहायता समूह की महिलाएं बना रही तिरंगा


किरंदुल पुलिस कर रही मामले की जांच: डीएफओ संदीप बलगा का कहना है "कि बीती रात मुखबिर की सूचना पर टिकनपाल ग्राम में सागौन लकड़ी का जखीरा होने की सूचना (illegal timber smuggling) मिली थी. जिसके बाद दंतेवाड़ा बचेली की संयुक्त टीम छापामार कार्रवाई करने पहुंची थी. उसी वक्त ग्रामीणों ने टीम को चारों तरफ से घेर लिया और उनसे मारपीट की. जिसमें हमारे दो वन कर्मी घायल हुए हैं, उनका उपचार बचेली अपोलो हॉस्पिटल में चल रहा है. वहीं इस मामले को लेकर किरंदुल थाने में एफआइआर भी की गई है. पुलिस इस पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.