रायपुर: एक ओर जहां लॉकडाउन से पूरे देश में मंदी आ गई है. वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में शराब की भट्ठी खुलने से लोगों को नुकसान हो रहा है. लोगों के लाख प्रयास करने पर लोग इस बूरी आदत को नहीं छोड़ पा रहे थे. ऐसे में लॉकडाउन के बीच लोगों ने शराब के बिना रहने की आदत डाल ली थी. लेकिन अब सरकार ने अपने वादे के खिलाफ जा कर प्रदेश में शराब की बिक्री शुरू करा दी है. जिससे होने वाले खतरे को देखते हुए अभनपुर के ग्रामीणों में नाराजगी देखी जा रही है. महिलाओं को भी डर है कि अब लॉकडाउन के दौरान शराब का असर उनके घरों में भी पड़ेगा.
ग्रामीणों का कहना है कि देश में लॉकडाउन की वजह से आर्थिक तंगी आ गई है. गरीबों के पास राशन खरीदने तक के लिए रुपये नहीं है. ऐसे में लोग एक दिन में करोड़ों रुपये की शराब गटक गए. इन पैसों से तो सरकार को फायदा हो रहा है लेकिन लोगों को इससे नुकसान ही नुकसान होगा.
महिलाओं में दिखा आक्रोश
महिलाओं को कहना है कि जो लोग घरों में अब तक शांति बना कर बैठे थे अब वे शराब के नशे में घरेलू हिंसा पर उतारू हो जाएंगे. सरकार की ओर से शराब भट्ठी खोलने पर गृहणी महिलाओं में काफी आक्रोश देखा जा रहा है.
शराब भट्ठी में लॉकडाउन केे नियमों का उल्लंघन
बता दें कि छत्तीसगढ में 4 मई से शराब की बिक्री शुरू कर दी गई है. जगह-जगह सरकारी शराब की भट्ठियां खोली गई है. इसके साथ ही इन भट्ठियों में 144 धारा और सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ रही हैं. जिसे सरकार पूरी तरह अनदेखा कर रही है.