रायपुरः रायपुर के गोंदवारा स्थित पानी टंकी फैक्ट्री (water tank factory) में प्लास्टो कंपनी (plasto company) की विजिलेंस टीम (vigilence) और पुलिस ने मंगलवार दोपहर करीब 1.40 बजे छापेमारी (raid) की. फैक्ट्री पर प्लास्टो कंपनी की नकली पानी टंकी बनाकर मार्केट में सप्लाई करने का आरोप है. इस छापेमारी के बाद अभी और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है. छापेमारी के लिए टीम दिल्ली से आई है. टीम में कुल 7 सदस्य शामिल हैं. बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर की गई है. जानकारी के अनुसार दो दिन पहले एसएसपी अजय यादव को छापेमारी के लिए कोर्ट ने आदेश दिया था. इसके बाद स्थानीय टीम लगातार गोंदवारा स्थित पानी टंकी फैक्ट्री पर नजर बनाई हुई थी. पूरी तैयारी के साथ सुबह 10 बजे ही छापेमारी के लिए टीम तैयार हो गई थी. फैक्ट्री के पास स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप पर टीम के सदस्य इंतजार कर रहे थे.
कंपनी को लगातार मिल रही थी शिकायत
आरसी प्लास्टो टैंक एंड पाइप्स प्राइवेट लिमिटेड के लीगल एडवाइजर नवकार एसोसिएट्स के अधिवक्ता आशीष विश्वकर्मा और आईपीआर एडवाइजर विजय सोनी, नम्रता जैन ने नकली पानी टंकी बना रही गोंदवाना स्थित पानी टंकी फैक्ट्री में छापेमारी की. कंपनी को लगातार शिकायत मिल रही थी कि रायपुर की एक कंपनी में श्री प्लास्टो के नाम से पानी की टंकी बेची जा रही है. जो प्लास्टो की तरह लिखा जाता है. कंपनी आरसी प्लास्टो टैंक एंड पाइप्स प्राइवेट लिमिटेड के रजिस्टर्ड व्यापार चिह्न और रजिस्टर्ड कॉपीराइट स्टाइल का उपयोग कर श्री प्लास्टो के नाम से प्लास्टिक टैंक मार्केट में बेचे जा रहे थे.
कोर्ट के आदेश के बाद की गई कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक आर सी प्लास्टो टैंक एंड पाइप्स प्राइवेट लिमिटेड के लीगल एडवाइज़र नवकार एसोसिएट्स के अधिवक्ता आशीष विश्वकर्मा के द्वारा दिल्ली कोर्ट में वाद दायर किया गया. दिल्ली कोर्ट के द्वारा नियुक्त लोकल कमिश्नर श्रेया वेदान्तिका मेहरा ने लोकल पुलिस के सहयोग से कंपनी के परिसर में पहुंच कर कार्रवाई कर टैंक जब्त कर लिया. लोकल कमिश्नर की कार्रवाई में पाया गया कि वहां पर आरसी प्लास्टो टैंक एंड पाइप्स प्राइवेट लिमिटेड का रजिस्टर्ड व्यापर चिन्ह और रजिस्टर्ड कॉपीराइट का उपयोग कर श्री प्लास्टो नाम से टैंक बेचा जा रहा है, जिसमें लोकल कमिश्नर के द्वारा सर्च एंड सीजर कर मॉल सील किया गया.
छापेमारी के लिए टीम सुबह 10 बजे से ही थी तैयार
बता दें कि दो दिन पहले रायपुर पुलिस अधीक्षक अजय यादव को कोर्ट का आदेश मिला था. इसके बाद स्थानीय टीम लगातार फैक्ट्री पर नजर बनाई हुई थी. मंगलवार को दिल्ली से पहुंची 7 सदस्यीय टीम सुबह 10 बजे से ही छापेमारी के लिए तैयार थी. फैक्ट्री के पास ही स्थित पेट्रोल पंप पर 10 बजे से पहुंचकर मौके का इंतजार कर रही थी. दोपहर करीब 1:40 बजे छापेमारी की गई. जानकारी के मुताबिक इस छापेमारी के बाद अब बड़ा खुलासा होने की संभावना बताई जा रही है. बहरहाल अभी तक छापेमारी जारी है.