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Vidya Mitan Teachers Welfare Association: रायपुर में अतिथि शिक्षकों का 10 फरवरी को हल्लाबोल, जानिए वजह

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Published : Feb 2, 2023, 11:31 PM IST

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राज्य विद्या मितान अतिथि शिक्षक कल्याण संघ अपनी बहाली और नियमितीकरण की मांग को लेकर पिछले कई सालों से धरना और प्रदर्शन करते आ रहे हैं. बावजूद इसके इनका नियमितीकरण आज तक नहीं हो पाया है. अतिथि शिक्षकों में नाराजगी और आक्रोश है. 10 फरवरी को रायपुर में शिक्षक कल्याण संघ प्रदर्शन भी करेगा

Vidya Mitan Teacher Welfare Association press conference
Etv Bharatविद्या मितान टीचर वेलफेयर एसोसिएशन की प्रेस कांफ्रेंस
विद्या मितान टीचर वेलफेयर एसोसिएशन की प्रेस कांफ्रेंस

रायपुर: गुरुवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन करके राज्य विद्या मितान अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने बताया कि मार्च महीने में राज्य का बजट पेश होने वाला है. ऐसे में उन्हें इस बजट से नियमितीकरण की उम्मीद है. इस बजट में अगर नियमितीकरण नहीं होता है. तो आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन प्रदर्शन किया जाएगा.

सरकार बनते ही 10 दिन के भीतर नियमितीकरण का वादा था: विद्या मितान राज्य अतिथि शिक्षक कल्याण संघ के प्रमुख धर्मेंद्र दास वैष्णव ने बताया कि "सरकार बनने के पहले कांग्रेस ने 10 दिनों के अंदर नियमित करने का वादा किया था. लेकिन सरकार बने 4 साल बीत गए हैं, बावजूद इसके अतिथि शिक्षकों को नियमितीकरण का तोहफा अब तक नहीं मिल पाया है. पूरे प्रदेश में वर्तमान में 1735 अतिथि शिक्षक कार्यरत है. साल 2018 में प्रदेशभर के लगभग 245 अतिथि शिक्षकों को नौकरी से वंचित कर दिया गया है, उन्हें बहाल किया जाए. जिसको लेकर अतिथि शिक्षकों में नाराजगी भी देखने को मिली. राज्य के बीहड़ और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के साथ ही अंदरूनी इलाकों में पिछले 7 सालों से अतिथि शिक्षक हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में अध्यापन का कार्य करा रहे हैं."


प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे हैं: विद्या मितान राज्य अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने बताया कि "पूरे प्रदेश में अतिथि शिक्षक शिक्षाकर्मी वर्ग 1 के रूप में साल 2016 से प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे हैं. साल 2019 में इन्हें शिक्षा विभाग के अधीन रहकर काम कर रहे हैं. जिसके बाद इन्हें विद्या मितान के बजाय अतिथि शिक्षक के रूप में पहचान मिली. पूरे प्रदेश में इनकी संख्या 1735 है. जिसमें से साल 2019 में लगभग 245 अतिथि शिक्षक को काम से निकाल दिया गया है. उनकी बहाली की जाए.

यह भी पढ़ें: cultivate jackfruit in chhattisgarh: प्रदेश के किसान कटहल की खेती कब और किस मौसम में करें, आइए जानते हैं

अतिथि शिक्षक हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ा रहे: विद्या मितान राज्य अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने बताया कि "वर्तमान में इन अतिथि शिक्षकों को हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी मिली है. शिक्षा विभाग की तरफ से इन्हें हर महीने वेतन के रूप में 18 हज़ार रुपए मिल रहा है. अगर सरकार अतिथि शिक्षकों को नियमित करती है. तो इन्हें हर महीने कम से कम न्यूनतम वेतन 24500 रुपये मिलेगा, और अधिकतम वेतन 38100 रुपये मिलेगा."

विद्या मितान टीचर वेलफेयर एसोसिएशन की प्रेस कांफ्रेंस

रायपुर: गुरुवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन करके राज्य विद्या मितान अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने बताया कि मार्च महीने में राज्य का बजट पेश होने वाला है. ऐसे में उन्हें इस बजट से नियमितीकरण की उम्मीद है. इस बजट में अगर नियमितीकरण नहीं होता है. तो आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन प्रदर्शन किया जाएगा.

सरकार बनते ही 10 दिन के भीतर नियमितीकरण का वादा था: विद्या मितान राज्य अतिथि शिक्षक कल्याण संघ के प्रमुख धर्मेंद्र दास वैष्णव ने बताया कि "सरकार बनने के पहले कांग्रेस ने 10 दिनों के अंदर नियमित करने का वादा किया था. लेकिन सरकार बने 4 साल बीत गए हैं, बावजूद इसके अतिथि शिक्षकों को नियमितीकरण का तोहफा अब तक नहीं मिल पाया है. पूरे प्रदेश में वर्तमान में 1735 अतिथि शिक्षक कार्यरत है. साल 2018 में प्रदेशभर के लगभग 245 अतिथि शिक्षकों को नौकरी से वंचित कर दिया गया है, उन्हें बहाल किया जाए. जिसको लेकर अतिथि शिक्षकों में नाराजगी भी देखने को मिली. राज्य के बीहड़ और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के साथ ही अंदरूनी इलाकों में पिछले 7 सालों से अतिथि शिक्षक हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में अध्यापन का कार्य करा रहे हैं."


प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे हैं: विद्या मितान राज्य अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने बताया कि "पूरे प्रदेश में अतिथि शिक्षक शिक्षाकर्मी वर्ग 1 के रूप में साल 2016 से प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे हैं. साल 2019 में इन्हें शिक्षा विभाग के अधीन रहकर काम कर रहे हैं. जिसके बाद इन्हें विद्या मितान के बजाय अतिथि शिक्षक के रूप में पहचान मिली. पूरे प्रदेश में इनकी संख्या 1735 है. जिसमें से साल 2019 में लगभग 245 अतिथि शिक्षक को काम से निकाल दिया गया है. उनकी बहाली की जाए.

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अतिथि शिक्षक हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ा रहे: विद्या मितान राज्य अतिथि शिक्षक कल्याण संघ ने बताया कि "वर्तमान में इन अतिथि शिक्षकों को हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी मिली है. शिक्षा विभाग की तरफ से इन्हें हर महीने वेतन के रूप में 18 हज़ार रुपए मिल रहा है. अगर सरकार अतिथि शिक्षकों को नियमित करती है. तो इन्हें हर महीने कम से कम न्यूनतम वेतन 24500 रुपये मिलेगा, और अधिकतम वेतन 38100 रुपये मिलेगा."

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