ETV Bharat / state

नक्सल अटैक राजनीतिक साजिश नहीं, इंटेलिजेंस की चूक है : विधान मिश्रा

विधान मिश्रा ने नक्सल अटैक में भीमा मंडावी की मौत को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यह घटना नक्सलियों की साजिश है और इसमें बड़े कद के नेता फंस रहे हैं

विधान मिश्रा
author img

By

Published : Apr 11, 2019, 10:01 PM IST

रायपुर : पूर्व कैबिनेट मंत्री और दिग्गज कांग्रेसी नेता विद्याचरण शुक्ल के करीबी माने जाने वाले विधान मिश्रा ने नक्सल अटैक में भीमा मंडावी की मौत को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यह घटना नक्सलियों की साजिश है और इसमें बड़े कद के नेता फंस रहे हैं. यह राजनीतिक साजिश नहीं है बल्कि इंटेलिजेंस चूक है.

विधान मिश्रा

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार या तो नक्सलियों से वार्ता करे या इसे जड़ से खत्म करे. उनका इंकम भी रोके ताकि वे पनप नहीं सके. झीरम कांड में भी चूक हुई थी और अब फिर हुई है.

इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले के बाद यह बात साफ है कि प्रदेश का इंटेलिजेंस पूरी तरह से फेल है. उन्होंने कहा कि जब तमाम तरह के मूवमेंट की जानकारी पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस के आधार पर हो जाती है तो फिर इतने बड़े हमले की जानकारी आखिर क्यों नहीं मिल पाई.

रायपुर : पूर्व कैबिनेट मंत्री और दिग्गज कांग्रेसी नेता विद्याचरण शुक्ल के करीबी माने जाने वाले विधान मिश्रा ने नक्सल अटैक में भीमा मंडावी की मौत को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यह घटना नक्सलियों की साजिश है और इसमें बड़े कद के नेता फंस रहे हैं. यह राजनीतिक साजिश नहीं है बल्कि इंटेलिजेंस चूक है.

विधान मिश्रा

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार या तो नक्सलियों से वार्ता करे या इसे जड़ से खत्म करे. उनका इंकम भी रोके ताकि वे पनप नहीं सके. झीरम कांड में भी चूक हुई थी और अब फिर हुई है.

इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले के बाद यह बात साफ है कि प्रदेश का इंटेलिजेंस पूरी तरह से फेल है. उन्होंने कहा कि जब तमाम तरह के मूवमेंट की जानकारी पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस के आधार पर हो जाती है तो फिर इतने बड़े हमले की जानकारी आखिर क्यों नहीं मिल पाई.

Intro:छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और दिग्गज कांग्रेसी नेता विद्याचरण शुक्ल के करीबी माने जाने वाले विधान मिश्रा ने हाल ही में हुई नक्सल अटैक को लेकर बयान दिया है कि यह घटना किसी भी तरह के राजनीतिक साजिश नहीं लग रही है। अगर अभी की यह घटना राजनीतिक साजिश के तहत हुई है तो फिर 2013 में हुई झीरम घाटी की हमला भी पूरी तरह से राजनीतिक साजिश ही होगी। इस हमले के बाद यह बात तो साफ है कि प्रदेश का इंटेलिजेंस पूरी तरह से फेल है, जब तमाम तरह के मूवमेंट की जानकारी पुलिस को और लोकल इंटेलिजेंस के आधार पर हो जाती है तो फिर इतने बड़े हमले की जानकारी आखिर क्यों नहीं मिल पाई। चुनाव के पहले इस तरह के बड़े हमले से पहले भी राजनीतिक दलों के नेता और पदाधिकारी लगातार मारे गए हैं अब एक बार फिर से विधायक को इस तरह के हमलों का शिकार होना पड़ा है कहीं ना कहीं यह हमले पूर्व नियोजित होते हैं और इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।

बाइट - विधान मिश्रा,पूर्व मंत्री छत्तीसगढ़
मयंक ठाकुर, ईटीवी भारत, रायपुर


Body:नो


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.