रायपुर : छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश के कारण दलहन तिलहन और धान की फसलों के साथ ही इसका सीधा असर सब्जी और फलों पर भी देखने को मिलेगा. प्रदेश के कई किसान लेट किस्में वाली धान की फसल खेतों में लगाए हैं. ऐसे में कई जगहों पर खेतों में पानी भरने के साथ ही कुछ फसलों पर किट का प्रकोप देखने को मिल सकता है. बेमौसम बारिश की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान दलहन तिलहन की फसलों को होगा.
बारिश से किन फसलों को होगा ज्यादा नुकसान : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर घनश्याम दास साहू ने बताया कि "पुराने समय में किसान खेतों में धान फसल की कटाई करने के बाद उसे भंडारण करके रखते थे, लेकिन वर्तमान समय में प्रदेश के किसान खेतों में धान फसल की कटाई करने के बाद उसे सीधे धान खरीदी केंद्र में ले जाते हैं.
'' बेमौसम बारिश से सबसे ज्यादा असर धान की लेट किस्में वाली फसलों में देखने को मिलेगा. लेट किस्म के धान में बासमती, दुबराज, काली मूछ और स्वर्णा प्रमुख हैं. ऐसी खड़ी फसल बारिश की वजह से जमीन पर गिर गए हैं. जिसमें फफूंद आने के साथ ही कीटों का प्रकोप भी देखने को मिल सकता है."- घनश्याम दास साहू, कृषि वैज्ञानिक
आपको बता दें कि बारिश के कारण दलहन तिलहन की फसलों में अरहर, मूंग, तिल, रामतिल, तिवड़ा चना जैसी चीजों पर कुछ प्रमुख कीटों का प्रकोप भी दिखाई पड़ सकता है. फलों में पपीता, अनार जैसे फल इस बेमौसम बारिश से प्रभावित होंगे. सब्जियों में मटर, टमाटर और भाटा को भी बेमौसम बारिश प्रभावित करेगा. जिसके कारण प्रदेश के किसानों को बेमौसम बारिश का नुकसान सहना पड़ेगा.