रायपुर/जयपुर. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचीं. बजट के बाद संवाद कार्यक्रम में उन्होंने शिरकत की. इस दौरान वित्तमंत्री ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के चिंतन शिविर को लेकर पार्टी पर निशाना साधा. वहीं ईडी की कार्यवाई पर मचे सियासी संग्राम और कांग्रेस के आरोपों का खारिज कर दिया. अधिवेशन से पहले कांग्रेसी नेताओं के घर ईडी का छापेमारी को उन्होंने सामान्य प्रक्रिया करार दिया.
आरोप लगाने वाले बताए गुजरात में कब पहुंचा पानी: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि "पीने के पानी को रोकने वाले वाली कांग्रेस और उससे जुड़े नेताओं को आरोप लगाने का हक नहीं है. मोदी सरकार पर आरोप लगाने वाले ये बताएं कि नर्मदा का पानी गुजरात जाने में कितने साल लगे." छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं पर ईडी के छापे को लेकर कहा कि "बदले की भावना से कोई कार्रवाई नहीं की जाती. कोई भी एजेंसी डाटा जुटाने के बाद ही कार्रवाई करती है."
चिंतन शिविर की क्याें है जरूरत: वित्तमंत्री ने रायपुर में कांग्रेस के महाधिवेशन और चिंतन शिविर पर सवाल खड़े किए. कहा "केंद्र से सवाल पूछने पर कोई रोक नहीं है, लेकिन चुनाव जीतने के बाद आम आदमी पर बोझ डालने वालों से भी सवाल होने चाहिए. हिमाचल में कांग्रेस की सरकार ने चुनाव जीतने के बाद पेट्रोल डीजल पर वैट बढ़ा दिया. इससे आम जनता पर टैक्स का भार बढ़ता जा रहा है. ऐसे लोगों के चिंतन शिविर की क्या जरूरत है."
कोयला लेवी घोटाले से जुड़ रहे कार्रवाई के तार: सोमवार को छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के घरों पर ईडी ने रेड की. इस कार्रवाई को प्रदेश में हुए कोयला लेवी घोटाले से जोड़कर भी देखा जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक ईडी ने जिन कांग्रेस नेताओं के घर छापेमारी की है, उनमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, श्रम कल्याण विभाग के अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल, महामंत्री रवि घोष, कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह और भिलाई विधायक देवेंद्र यादव शामिल हैं.