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Tributes paid to late MLAs in CG assembly: विधानसभा में दिवंगत विधायक राधेश्याम शर्मा और पुनीत राम साहू को दी गई श्रद्धांजलि

CG budget session 2023 गुरुवार को विधानसभा बजट सत्र का दूसरा दिन है. इस दिन विधानसभा की कार्यवाही से पहले दो दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि दी गई. जिसमें राजिम से भाजपा के विधायक पुनीत राम साहू और भाटापारा से कांग्रेस विधायक रहे राधेश्याम शर्मा को श्रद्धांजलि दी गई. इन दोनों नेताओं को श्रद्धांजलि देते हुए विधायकों ने उनके साथ जुड़े अपने अनुभव और किस्से साझा किए.

Tributes paid to late MLAs in CG assembly
विधानसभा में दिवंगत विधायक को दी गई श्रद्धांजली
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Published : Mar 2, 2023, 5:29 PM IST


रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "पुनीत राम साहू सहज और सरल व्यक्ति थे, जिसकी वजह से जनता उन्हें पसंद करती थी. विधायक राधेश्याम शर्मा ऐसे नेता रहे, जिन्होंने जनता के लिए संघर्ष किया. उन्होंने अपना जीवन लोगों के अधिकारों के लिए समर्पित किया. मैं ऐसे विभूतियों के निधन पर श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं."

नेता प्रतिपक्ष ने भी दिवंगत विधायकों को याद किया: नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि "पुनीत राम साहू ने जिंदगी भर चप्पल भी नहीं पहना, काफी बुजुर्ग होने के बाद कुछ दिनों से वे चप्पल पहनने लगे थे. बतौर विधायक वे हमेशा नंगे पांव सारे काम करते थे. पुनीत राम साहू राजिम क्षेत्र के विधायक रहे. इस क्षेत्र में उस जमाने में श्यामाचरण शुक्ल का दबदबा हुआ करता था, जो खुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे. सीएम के क्षेत्र में विधायक का चुनाव जीतना एक बड़ी बात हुआ करती थी. उनकी सरलता से ही यह संभव हो पाया."

विधायक शिवरतन ने श्रद्धांजलि अर्पित की: कांग्रेस के भाटापारा विधायक राधेश्याम शर्मा को भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने भी श्रद्धांजली दी. अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होंने एक किस्सा सुनाया. शिवरतन शर्मा ने बताया "दो बार हम चुनाव में आमने-सामने हुए. एक बार मुझे जीत मिली, तो दूसरी राधेश्याम जीते. सहकारिता के आंदोलन में भी हम टकराए. राधेश्याम शर्मा बेबाक थे, इतने कि अपनी पार्टी के खिलाफ कुछ बोलना हो तो नहीं चूकते थे. एक बार दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने अपनी पार्टी के खिलाफ कह दिया कि यह सरकार अली बाबा और 40 चोर की सरकार है."

यह भी पढ़ें: Chhattisgarh Budget Session छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज नलजल योजना और हाथी प्रभावित क्षेत्रों का मुद्दा उठा

राधेश्याम शर्मा से जुड़ा किस्सा सुनाया: शिवरतन शर्मा ने बताया कि "राधेश्याम शर्मा दबंग व्यक्ति थे. एक बार उनके और मेरे बीच विवाद इतना बढ़ा कि उन्होंने मतदान से पहले गन निकाल ली थी. वह पोलिंग का दिन था, मगर चुनाव खत्म होते ही मुझे साथ चाय पीने बैठा लिया. इसके बाद भी हमारे बीच मारपीट के स्थिति बनी, लेकिन वे हमेशा चुनाव खत्म होने के बाद बातचीत की पहल करते हुए विवाद खत्म कर देते थे. ऐसा व्यक्तित्व का हो पाना मुश्किल है."

स्पीकर ने परिवार के प्रति जताई संवेदना: विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि "मैं शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं . इसके बाद 2 मिनट का सदन में मौन रखा गया. उसके बाद 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई.

दोनों अविभाजित मध्यप्रदेश के वक्त विधायक रहे: दोनों दिवंगत नेता पुनीत राम साहू और राधेश्याम शर्मा अविभाजित मध्यप्रदेश के वक्त विधायक रहे हैं. पुनीत राम साहू का निधन 81 वर्ष की उम्र में बीते 16 जनवरी को हो गया था. वहीं 23 जनवरी को कांग्रेस के पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा का निधन हो गया था.


रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "पुनीत राम साहू सहज और सरल व्यक्ति थे, जिसकी वजह से जनता उन्हें पसंद करती थी. विधायक राधेश्याम शर्मा ऐसे नेता रहे, जिन्होंने जनता के लिए संघर्ष किया. उन्होंने अपना जीवन लोगों के अधिकारों के लिए समर्पित किया. मैं ऐसे विभूतियों के निधन पर श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं."

नेता प्रतिपक्ष ने भी दिवंगत विधायकों को याद किया: नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि "पुनीत राम साहू ने जिंदगी भर चप्पल भी नहीं पहना, काफी बुजुर्ग होने के बाद कुछ दिनों से वे चप्पल पहनने लगे थे. बतौर विधायक वे हमेशा नंगे पांव सारे काम करते थे. पुनीत राम साहू राजिम क्षेत्र के विधायक रहे. इस क्षेत्र में उस जमाने में श्यामाचरण शुक्ल का दबदबा हुआ करता था, जो खुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे. सीएम के क्षेत्र में विधायक का चुनाव जीतना एक बड़ी बात हुआ करती थी. उनकी सरलता से ही यह संभव हो पाया."

विधायक शिवरतन ने श्रद्धांजलि अर्पित की: कांग्रेस के भाटापारा विधायक राधेश्याम शर्मा को भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने भी श्रद्धांजली दी. अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होंने एक किस्सा सुनाया. शिवरतन शर्मा ने बताया "दो बार हम चुनाव में आमने-सामने हुए. एक बार मुझे जीत मिली, तो दूसरी राधेश्याम जीते. सहकारिता के आंदोलन में भी हम टकराए. राधेश्याम शर्मा बेबाक थे, इतने कि अपनी पार्टी के खिलाफ कुछ बोलना हो तो नहीं चूकते थे. एक बार दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने अपनी पार्टी के खिलाफ कह दिया कि यह सरकार अली बाबा और 40 चोर की सरकार है."

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राधेश्याम शर्मा से जुड़ा किस्सा सुनाया: शिवरतन शर्मा ने बताया कि "राधेश्याम शर्मा दबंग व्यक्ति थे. एक बार उनके और मेरे बीच विवाद इतना बढ़ा कि उन्होंने मतदान से पहले गन निकाल ली थी. वह पोलिंग का दिन था, मगर चुनाव खत्म होते ही मुझे साथ चाय पीने बैठा लिया. इसके बाद भी हमारे बीच मारपीट के स्थिति बनी, लेकिन वे हमेशा चुनाव खत्म होने के बाद बातचीत की पहल करते हुए विवाद खत्म कर देते थे. ऐसा व्यक्तित्व का हो पाना मुश्किल है."

स्पीकर ने परिवार के प्रति जताई संवेदना: विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि "मैं शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं . इसके बाद 2 मिनट का सदन में मौन रखा गया. उसके बाद 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई.

दोनों अविभाजित मध्यप्रदेश के वक्त विधायक रहे: दोनों दिवंगत नेता पुनीत राम साहू और राधेश्याम शर्मा अविभाजित मध्यप्रदेश के वक्त विधायक रहे हैं. पुनीत राम साहू का निधन 81 वर्ष की उम्र में बीते 16 जनवरी को हो गया था. वहीं 23 जनवरी को कांग्रेस के पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा का निधन हो गया था.

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