रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 9 फरवरी से शुरू माघी पुन्नी मेला और शिवरीनारायण मेले की प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है. उन्होंने बताया कि, छत्तीसगढ़ ही नहीं आस-पास के राज्यों के लोग भी बड़ी संख्या में श्रद्धा के साथ इस मेले में शामिल होते हैं. राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ की गौरवशाली सांस्कृतिक परम्पराओं को संरक्षित और संवर्धित करने के प्रयासों से राजिम माघी पुन्नी मेले को उसके प्राचीन मूल स्वरूप में फिर से आयोजित किया जा रहा है.
आइए जानते हैं आज क्या रहेगा खास पुन्नी मेले में-
- इस समारोह में पहले दिन 9 फरवरी को सुबह विशेष पर्व स्नान से पुन्नी मेले का आगाज होगा.
- इस दिन विशाल पंच-सरपंच सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा.
- मेले में प्रतिदिन शाम 4 बजे से छत्तीसगढ़ी खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन होगा.
- साथ ही शाम 6 बजे महानदी आरती का आयोजन भी किया जाएगा.
- शाम 5:30 बजे से छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.
- शाम 7 बजे से रात्रि 8 बजे तक कलाकार दिलीप षडंगी द्वारा जगराता और गंडई के पीसी लाल यादव के दुध मोगरा कलामंच अपनी मनमोहक प्रस्तुति देंगे.
पूरा कार्यक्रम
राजिम माघी पुन्नी मेला 2020 के मंच पर छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध लोक गायकों और कलाकारों द्वारा राज्य के पारंपरिक और सांस्कृतिक प्रस्तुति दी जाएगी.
- दूसरे दिन शाम 6 बजे से 7 बजे तक सेवकराम यादव अपनी लोक मंच, रात 7 बजे से 8 बजे रितु वर्मा पण्डवानी, रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक ममता चन्द्राकार चिन्हारी की मनमोहक प्रस्तुति देंगी.
- तीसरे दिन 11 फरवरी को गोरेलाल बर्मन का लोक श्रृंगार.
- 12 फरवरी को लोकगायिका कुमारी आरू साहू और भिलाई के दुष्यंत हरमुख के रंगझरोखा प्रस्तुति देंगे.
- 13 फरवरी को बिलासपुर के अंचल शर्मा, ननकी ठाकुर के पुन्नी के चंदा प्रस्तुति देंगी.
- 14 फरवरी को छाया चन्द्राकार के लोकछाया अपनी प्रस्तूती देंगी.
- 15 फरवरी को जाकिर हुसैन का लोक संध्या और लोकरंग अर्जुन्दा के दीपक चन्द्राकार प्रस्तुति देंगे.
- 16 फरवरी को लोकगायिका रमादत्त जोशी बहन और कविता वासनिक अनुराग धारा प्रस्तूती देंगी.
- 17 फरवरी को सुनील तिवारी का रंगझाझर अपनी प्रस्तुति देंगे.
- 18 फरवरी को सुनील सोनी नाईट.
- 19 फरवरी को अल्का चन्द्राकार की फुलवारी प्रस्तूती देंगी.
- 20 फरवरी को अनुज शर्मा स्टार नाईट और कार्यक्रम के अंतिम दिन 21 फरवरी को सुनील मानिकपुरी और भूपेन्द्र साहू के रंग सरोवर का कार्यक्रम आयोजित किया गया है.