रायपुर: राज्यसभा में अब तीन महिलाएं छत्तीसगढ़ की आवाज बुलंद करेंगी. तीन महिला सांसद अब छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व उच्च सदन में करेंगी. सरोज पांडे, छाया वर्मा और अब फूलोदेवी नेताम राज्य के मुद्दे सदन में उठाएंगी. भारतीय जनता पार्टी से सरोज पांडे, कांग्रेस से छाया वर्मा और फूलोदेवी नेताम के रूप में प्रदेश की मौजूदगी संसद में मजबूत होगी.
खास बात यह भी है कि आदिवासी अंचल क्षेत्र बस्तर से पहली बार कोई महिला सांसद राज्यसभा तक पहुंची है. बस्तर से राज्यसभा जाने वाली पहली महिला सांसद 'बस्तर की शेरनी' कही जाने वाली फूलोदेवी नेताम हैं. जो राज्यसभा में आदिवासी महिलाओं के हक की आवाज बनेंगी. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ से अब तीन महिलाएं सदन में छत्तीसगढ़ से होंगी.
फूलो देवी नेताम का सफर-
- फूलोदेवी, गांधी परिवार की करीबी मानी जाती हैं.
- वे 1995 में फरसगांव जनपद पंचायत अध्यक्ष बनीं.
- नेताम बस्तर जिला पंचायत अध्यक्ष भी रहीं.
- 1998 में केशकाल विधानसभा क्षेत्र की विधायक बनीं.
- वे सांसद का चुनाव हार गई थीं.
- फूलोदेवी झीरम नक्सली हमले में घायल भी हुई थीं.
- फूलोदेवी इस हमले में बचने वाले नेताओं में से एक हैं.
रिकॉर्ड वूमन सरोज पांडे-
- छत्तीसगढ़ में भाजपा का सशक्त महिला चेहरा सरोज पांडे हैं.
- 22 जून 1968 को जन्मी सरोज ने अपना करियर बीजेपी के साथ ही शुरू किया. उन्होंने रिकॉर्ड अपने नाम किए और कभी पलटकर पीछे नहीं देखा.
- सरोज पांडे 10 साल महापौर रहीं.
- 2008 में उन्हें भाजपा ने वैशालीनगर सीट से टिकट दिया और वे महापौर रहते जीत गईं.
- 2008 में ही लोकसभा का टिकट मिला और उन्होंने ताराचंद साहू को हरा दिया.
- सरोज के नाम बेस्ट मेयर का भी खिताब है. साल 2014 में जबरदस्त मोदी लहर के बाद भी वे लोकसभा चुनाव हार गईं. लेकिन पार्टी ने उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी.
- 2018 में वे छत्तीसगढ़ से राज्यसभा भेजी गईं.
छाया वर्मा का सफर-
- छाया वर्मा को कांग्रेस ने साल 2016 में उच्च सदन भेजा.
- उस वक्त में धमतरी जिले के प्रभारी थीं.
- उनका जन्म 18 मई 1962 में हुआ था. छाया वर्मा सदन में प्रदेश के मुद्दे उठाती रहती हैं. मंगलवार को ही उन्होंने राज्यसभा में घरेलू गैंस सिलेंडरों की मूल्य वृद्धि का मामला उठाया था.
- इस तरह कह सकते हैं कि इस बार सदन में छत्तीसगढ़ की शेरनियों का बोल बाला होगा जो छ्तीसगढ़ की आवाज बनेंगी.