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3 छात्रों को डॉक्टर बनाने के लिए सरकार ने भरी 1 करोड़ 36 लाख की फीस - balak awasiya School Balud

नीट क्वॉलीफाई कर चुके दंतेवाड़ा के तीन छात्र तकनीकी कारणों से एमबीबीएस कोर्स में प्रवेश नहीं ले पाए थे. मुख्यमंत्री ने इन तीनों छात्रों के निजी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए 1 करोड़ 36 लाख 74 हजार रुपए की फीस जमा कराई है.

Three students of Dantewada will study MBBS at government expense
सीएम भूपेश बघेल
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Published : Jan 9, 2021, 10:27 AM IST

Updated : Jan 9, 2021, 10:33 AM IST

रायपुर/दंतेवाड़ा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल से प्रदेश के सुदूर अंचल दंतेवाड़ा के तीन प्रतिभावान विद्यार्थियों का डॉक्टर बनने का सपना अब साकार हो सकेगा. पीईटी और पीएमटी की कोचिंग के लिए संचालित बालक आवासीय विद्यालय बालूद और कन्या आवासीय विद्यालय कारली के इन तीन छात्र-छात्राओं का मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराया गया है. इनका जयपुर के निजी मेडिकल कॉलेज जेएनयू इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस एण्ड रिचर्स सेंटर में सरकारी खर्च पर प्रवेश दिलाया गया है.

Three students of Dantewada will study MBBS at government expense
3 छात्र-छात्राओं का MBBS में हुआ प्रवेश

पढ़ें- SPECIAL: महाकवि कालिदास की अमर कृति मेघदूतम् की रचनास्थली

तीनों छात्र-छात्राओं के प्रवेश के लिए 1 करोड़ 36 लाख 74 हजार रुपए की फीस जिला प्रशासन दंतेवाड़ा ने जमा करा दी है. पीईटी और पीएमटी की कोचिंग के लिए संचालित बालक आवासीय विद्यालय बालूद और कन्या आवासीय विद्यालय कारली से तीन छात्रों ने क्वॉलिफाई किया था. इन छात्र-छात्राओं का तकनीकी त्रुटि की वजह से एमबीबीएस कोर्स के लिए स्टेट काउंसिलिंग में रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया था. इस वजह से छात्र-छात्राएं मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने से वंचित रह गए थे.

कोर्स फीस भी कर दी गई जमा

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संज्ञान में जैसे ही यह जानकारी आई, तो उन्होंने संवेदनशील पहल करते हुए छात्र-छात्राओं को निजी मेडिकल कॉलेजों में सरकारी खर्चे पर प्रवेश दिलाने के निर्देश जिला प्रशासन दंतेवाड़ा को दिए. मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन ने तीन विद्यार्थियों सुधीर कुमार रजक, जयंत कुमार और ऐश्वर्या नाग को निजी कॉलेजों में प्रवेश दिलाया है. इन तीनों छात्र-छात्राओं के निजी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स की फीस 3 करोड़ 32 लाख 25 हजार रुपए में से कुल 1 करोड़ 36 लाख 74 हजार रुपए की राशि जमा करा दी गई है.

रायपुर/दंतेवाड़ा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल से प्रदेश के सुदूर अंचल दंतेवाड़ा के तीन प्रतिभावान विद्यार्थियों का डॉक्टर बनने का सपना अब साकार हो सकेगा. पीईटी और पीएमटी की कोचिंग के लिए संचालित बालक आवासीय विद्यालय बालूद और कन्या आवासीय विद्यालय कारली के इन तीन छात्र-छात्राओं का मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराया गया है. इनका जयपुर के निजी मेडिकल कॉलेज जेएनयू इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस एण्ड रिचर्स सेंटर में सरकारी खर्च पर प्रवेश दिलाया गया है.

Three students of Dantewada will study MBBS at government expense
3 छात्र-छात्राओं का MBBS में हुआ प्रवेश

पढ़ें- SPECIAL: महाकवि कालिदास की अमर कृति मेघदूतम् की रचनास्थली

तीनों छात्र-छात्राओं के प्रवेश के लिए 1 करोड़ 36 लाख 74 हजार रुपए की फीस जिला प्रशासन दंतेवाड़ा ने जमा करा दी है. पीईटी और पीएमटी की कोचिंग के लिए संचालित बालक आवासीय विद्यालय बालूद और कन्या आवासीय विद्यालय कारली से तीन छात्रों ने क्वॉलिफाई किया था. इन छात्र-छात्राओं का तकनीकी त्रुटि की वजह से एमबीबीएस कोर्स के लिए स्टेट काउंसिलिंग में रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया था. इस वजह से छात्र-छात्राएं मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने से वंचित रह गए थे.

कोर्स फीस भी कर दी गई जमा

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संज्ञान में जैसे ही यह जानकारी आई, तो उन्होंने संवेदनशील पहल करते हुए छात्र-छात्राओं को निजी मेडिकल कॉलेजों में सरकारी खर्चे पर प्रवेश दिलाने के निर्देश जिला प्रशासन दंतेवाड़ा को दिए. मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन ने तीन विद्यार्थियों सुधीर कुमार रजक, जयंत कुमार और ऐश्वर्या नाग को निजी कॉलेजों में प्रवेश दिलाया है. इन तीनों छात्र-छात्राओं के निजी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स की फीस 3 करोड़ 32 लाख 25 हजार रुपए में से कुल 1 करोड़ 36 लाख 74 हजार रुपए की राशि जमा करा दी गई है.

Last Updated : Jan 9, 2021, 10:33 AM IST
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