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खारुन नदी में बहे शिक्षक और उसके नाती का 32 घंटे बाद मिला शव - खारुन नदी हादसा

खारुन नदी में बहे शिक्षक और उसके नाती की लाश बरामद की गई है. करीब 32 घंटे दोनों की लाश मिली है. मंगलवार सुबह करीब 8 बजे शिक्षक के भतीजे का शव मिला था. तीनों एक ही परिवार के सदस्य हैं. सोमवार को तीन बह गए थे. नहाने के दौरान यह हादसा हुआ था. नदी में अचानक तेज बहाव में यह बह गए थे. एसडीआरएफ और गोताखोर की टीम ने तीनों शव को बरामद किया है. रायपुर के धरसीवां का मामला है.

Kharun river accident
खारुन नदी हादसा
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Published : Sep 7, 2022, 10:36 AM IST

रायपुर: राजधानी रायपुर के धरसीवां इलाके में खारुन नदी में बहे शिक्षक और उसके नाती की लाश मिल गई है. घटना के 32 घंटे बाद एसडीआरफ की टीम ने लाश को बरामद किया है. इससे पहले मंगलवार की सुबह शिक्षक के भतीजे की लाश मिली थी. बता दें कि एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत नदी में बहने से हुई है. इस घटना ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया है. दिल दहला देने वाली इस घटना से शिक्षक के घर में मातम छाया है. पूरा गांव में शोक में डूबा हुआ है.

यह भी पढ़ें: नहाने गए शिक्षक समेत तीन लोग खारुन नदी में बहे

क्या है मामला: रायपुर के धरसीवां थाना क्षेत्र के मुर्रा गांव के पास खारुन नदी में बने एनिकट डैम में तीन लोग बह गए थे. जानकारी के मुताबिक तीनों एक ही परिवार के हैं. शिक्षक लखन लाल बंजारे (58), नाती हरजीत भारती (15) और भतीजा शेखर बंजारे (28) सोमवार की सुबह एनिकट में नहा रहे थे. तभी अचानक पानी का बहाव तेज हो गया. इसी बीच नाती हरजीत बहने लगा. उसे बचाने शिक्षक लखन लाल और भतीजा शेखर गया. बहाव तेज होने से तीनों बह गए. सूचना मिलने पर पुलिस और गोताखोरों ने उन्हें ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे नहीं मिले.

32 घंटे बाद मिली लाश: पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक घटना के बाद से गोताखोर और एसडीआरएफ की टीम लगातार उन्हें ढूंढने की कोशिश कर रही थी. घटना के 20 घंटे बाद भतीजा शेखर की बॉडी मिली है, जबकि करीब 32 घंटे बाद शिक्षक और उसकी नाती की बॉडी मिल पाई है. लाश मिलने के बाद से इलाके से पूरे इलाके में शोक है. फिलहाल पुलिस ने तीनों की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. पोस्टमार्टम के बाद बॉडी परिवार को सुपुर्द की जाएगी.

गंगरेल बांध का खोला गया था गेट: जानकारी के मुताबिक एनीकट से लोग आना-जाना करते हैं. ये रायपुर को बेमेतरा जिले से जोड़ता है. ग्रामीण मुर्रा से ढाबा गांव आने जाने के लिए इस पुल का उपयोग करते हैं. बताया जा रहा है कि गंगरेल बांध से पानी छोड़ा गया था, जिसकी वजह से तेज बहाव था. जिसका अंदाजा किसी को नहीं था. शिक्षक अपने परिवार के साथ नहा रहा था, तभी उसका नाती बह गया. उसे बचाने के चक्कर में शिक्षक और उसका भतीजा भी बह गए.

क्या कहते हैं अफसर: धरसीवां थाना प्रभारी शिवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया " मुर्रा गांव के खारुन नदी एनीकट में तीन लोगों के बहने की सूचना मिली थी. जिसके बाद एसडीआरएफ और गाेताखोर की टीम लगातार तलाश कर रही थी. सुबह एक बॉडी मिली. उसके बाद आज शाम को दो बॉडी और मिल गई है."

रायपुर: राजधानी रायपुर के धरसीवां इलाके में खारुन नदी में बहे शिक्षक और उसके नाती की लाश मिल गई है. घटना के 32 घंटे बाद एसडीआरफ की टीम ने लाश को बरामद किया है. इससे पहले मंगलवार की सुबह शिक्षक के भतीजे की लाश मिली थी. बता दें कि एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत नदी में बहने से हुई है. इस घटना ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया है. दिल दहला देने वाली इस घटना से शिक्षक के घर में मातम छाया है. पूरा गांव में शोक में डूबा हुआ है.

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क्या है मामला: रायपुर के धरसीवां थाना क्षेत्र के मुर्रा गांव के पास खारुन नदी में बने एनिकट डैम में तीन लोग बह गए थे. जानकारी के मुताबिक तीनों एक ही परिवार के हैं. शिक्षक लखन लाल बंजारे (58), नाती हरजीत भारती (15) और भतीजा शेखर बंजारे (28) सोमवार की सुबह एनिकट में नहा रहे थे. तभी अचानक पानी का बहाव तेज हो गया. इसी बीच नाती हरजीत बहने लगा. उसे बचाने शिक्षक लखन लाल और भतीजा शेखर गया. बहाव तेज होने से तीनों बह गए. सूचना मिलने पर पुलिस और गोताखोरों ने उन्हें ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे नहीं मिले.

32 घंटे बाद मिली लाश: पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक घटना के बाद से गोताखोर और एसडीआरएफ की टीम लगातार उन्हें ढूंढने की कोशिश कर रही थी. घटना के 20 घंटे बाद भतीजा शेखर की बॉडी मिली है, जबकि करीब 32 घंटे बाद शिक्षक और उसकी नाती की बॉडी मिल पाई है. लाश मिलने के बाद से इलाके से पूरे इलाके में शोक है. फिलहाल पुलिस ने तीनों की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. पोस्टमार्टम के बाद बॉडी परिवार को सुपुर्द की जाएगी.

गंगरेल बांध का खोला गया था गेट: जानकारी के मुताबिक एनीकट से लोग आना-जाना करते हैं. ये रायपुर को बेमेतरा जिले से जोड़ता है. ग्रामीण मुर्रा से ढाबा गांव आने जाने के लिए इस पुल का उपयोग करते हैं. बताया जा रहा है कि गंगरेल बांध से पानी छोड़ा गया था, जिसकी वजह से तेज बहाव था. जिसका अंदाजा किसी को नहीं था. शिक्षक अपने परिवार के साथ नहा रहा था, तभी उसका नाती बह गया. उसे बचाने के चक्कर में शिक्षक और उसका भतीजा भी बह गए.

क्या कहते हैं अफसर: धरसीवां थाना प्रभारी शिवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया " मुर्रा गांव के खारुन नदी एनीकट में तीन लोगों के बहने की सूचना मिली थी. जिसके बाद एसडीआरएफ और गाेताखोर की टीम लगातार तलाश कर रही थी. सुबह एक बॉडी मिली. उसके बाद आज शाम को दो बॉडी और मिल गई है."

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