रायपुर: छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव 2023 (Assembly Election 2023) को लेकर जहां एक ओर दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियां चुनावी रणनीतियां बनाना शुरू कर चुकी है. वहीं अब तीसरे मोर्चे ने भी आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीतियां तैयार करना शुरू कर चुकी है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी भी अपने संगठन के विस्तार और कार्यकर्ताओं का सम्मेलन कर रही है.
2018 विधानसभा के चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा. वहीं इस गठबंधन को विधानसभा में 7 सीटें हासिल हुई. जोगी कांग्रेस ने 5 सीटों में जीत हासिल की. वहीं बसपा ने 2 सीटों में जीत हासिल की. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे को 7.4 प्रतिशत वोट मिला. बहुजन समाज पार्टी को 3.7% वोट प्राप्त हुआ था.
संगठन को मजबूत करने जोगी कांग्रेस झोंक रही ताकत
जेसीसी(जे) (JCC(J) सुप्रीमो अजीत जोगी के निधन के बाद पार्टी में बिखराव देखने को मिला. अजीत जोगी के निधन के बाद उनके करीबी माने जाने वाले लोगों ने जोगी परिवार का दामन छोड़कर कांग्रेस में प्रवेश कर लिया. लेकिन पिछले कुछ महीनों से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने संगठन को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं को जोड़ने का काम शुरू किया है. ऐसे में लगातार अमित जोगी प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर दमखम के साथ चुनावी दंगल में उतरने की बात कह रहे हैं.
पार्टी के प्रवक्ता भगवानू नायक (Spokesperson Bhagwanun Nayak) ने बताया 2023 विधानसभा के चुनाव में जोगी कांग्रेस पूरी दमदार के साथ चुनाव में भाग लेगी. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी (State President Amit Jogi) पूरे प्रदेश का लगातार दौरा कर रहे हैं. बड़ा संगठन तैयार किया जा रहा है. 2018 के विधानसभा चुनाव में क्षेत्रीय दल के रूप में जोगी कांग्रेस उभर कर सामने आई. हमारे गठबंधन को 7 सीटें मिली. जिनमें 5 सीटें जोगी कांग्रेस को प्राप्त हुई. आने वाले दिनों में यह सीटें और बढ़ेगी, हालांकि हमारी पार्टी के सुप्रीमो अजीत जोगी हमारे बीच में नहीं हैं. उनकी कमी जरूर है लेकिन हम इस कमी को मजबूती बनाएंगे और आने वाले दिनों में हमारी पार्टी दमखम के साथ चुनावी मैदान उतरेगी.
वहीं बहुजन समाज पार्टी के नेताओ का कहना है कि छत्तीसगढ़ में तीसरा विकल्प के रूप में लगातार बहुजन समाज पार्टी को जनता ने वोट दिया है. आगामी चुनाव को लेकर लगातार संगठनात्मक रणनीतियां तैयार की जा रही. 2023 हमारा संगठन और मजबूती के साथ उतरेगा और हमारी सीटों में बढ़ोतरी होगी.
आम आदमी पार्टी के युवा बैंक के प्रदेश अध्यक्ष तेजेंद्र तोडेकर का बताया कि पिछले महीने से पूरे प्रदेश में आम आदमी पार्टी की विधानसभा स्तरीय बैठक चल रही है. बैठक में अच्छी संख्या में लोग भाग ले रहे हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि छत्तीसगढ़ में लोग बदलाव चाहते हैं और तीसरे विकल्प की तलाश कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी लगातार जनहित के मुद्दों को लेकर जमीनी स्तर पर लड़ाई लड़ रही है. किसान युवाओं, महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर पार्टी सड़क पर लड़ाई लड़ते देखेगी. छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी तीसरे मोर्चे के तौर पर पूरी ताकत के साथ खड़ी है. आने वाले समय में हम गांव गांव जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ की जनता बदलाव चाहती है और आने वाले समय में हम इस बदलाव का हिस्सा जरूर बनेंगे और जनता का सहयोग हमें मिलेगा.
दलीय स्थिति
साल 2000 प्रथम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 48 सीट मिली. वहीं भारतीय जनता पार्टी को 36, बहुजन समाज पार्टी को 3, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को 1 और 2 निर्दलीय प्रत्याशी जीत कर आए. साल 2003 में द्वितीय विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी को 50, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को 37, बहुजन समाज पार्टी को 2, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 1 सीट हासिल हुई थी. साल 2008 तृतीय विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी को 49, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को 38, बहुजन समाज पार्टी को 2, 1 निर्दलीय प्रत्याशी की जीत हुई थी. साल 2013 चतुर्थ विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 49, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को 38, बहुजन समाज पार्टी को एक और 1 निर्दलीय प्रत्याशी की जीत हुई थी.
वर्तमान पंचम विधानसभा में कांग्रेस के पास 70 सीट हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी के पास 14 सीट जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे 4 सीट , बहुजन समाज पार्टी के पास 2 सीट है. पिछले पांचों विधानसभा के नतीजों की अगर बात की जाए तो बहुजन समाज पार्टी को लगातार विधानसभा में आने का मौका मिला है और बहुजन समाज पार्टी के वोट परसेंट भी बढ़े हैं. ऐसे में अब जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे भी तीसरे मोर्चे के रूप में उभर कर सामने आई हैं वही आम आदमी पार्टी ने भी आगामी चुनाव को लेकर जोरों शोरों से तैयारियां कर रही है.
आने वाले दिनों में तीसरे मोर्चे के रूप में लगातार क्षेत्रीय पार्टियां भी मजबूत हो रही है. फिलहाल विधानसभा चुनाव को होने में 2 साल शेष है. लेकिन तीसरा मोर्चा भी विधानसभा चुनाव की तैयारी में अभी से जुड़ गए हैं.