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कटी हथेली को जुड़वाने एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल भटकती रही पीड़िता

भिलाई के स्मृतिनगर इलाके में हुई इस सनसनीखेज वारदात को सुनकर लोगों का दिल दहल कर रह गया. अपनी हथेली को कटा देख प्रेरणा का हाल बेहाल हो गया. वो इसे फिर से जुड़वाने के लिए संघर्ष करने लगी.

कटी हथेली को जुड़वाने एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल भटकती रही पीड़िता
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Published : Nov 22, 2019, 12:56 AM IST

रायपुर: दर्द से कराह रही इस युवती का नाम प्रेरणा मजूमदार है. इसकी इस हालत के लिए वो शख्स जिम्मेदार हैं , जिस पर इसने सबसे ज्यादा भरोसा किया था, जिसके लिए इसने पूरी दुनिया से लड़ाई मोल ले ली थी. उसी शख्स ने बड़ी बेरहमी से धारदार हथियार से प्रेरणा के पंजे को कलाई अलग कर दिया.

इस हथेली से प्रेरणा ने शिशिर का हाथ थामा था, उस पर न जाने क्या खून सवार हुआ कि उसने अपनी पत्नी के उसी हथेली को उसके शरीर से अलग कर दिया. भिलाई के स्मृतिनगर इलाके में हुई इस सनसनीखेज वारदात को सुनकर लोगों का दिल दहल कर रह गया. अपनी हथेली को कटा देख प्रेरणा का हाल बेहाल हो गया. वो इसे फिर से जुड़वाने के लिए संघर्ष करने लगी.

कटी हथेली को जुड़वाने एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल भटकती रही पीड़िता

बॉक्स में रखी थी हथेली
तस्वीर में नजर आ रहे इस बॉक्स में प्रेरणा की हथेली रखी है और वो उसे फिर अपने कलाई से जुड़वाने के लिए रायपुर के अस्पतालों का चक्कर काटने लगी. सबसे पहले वो रायपुर एम्स पहुंची, लेकिन वहां डॉक्टरों ने सुविधा नहीं होने की बात कहते हुए ऑपरेशन के लिए मना कर दिया. इसके बाद वो दूसरे प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंची, वहां भी डॉक्टर नहीं होने के कारण वे तीसरे प्राईवेट अस्पताल गई, लेकिन कई तरह के टेस्ट के बाद ऑपरेशन के लिए मना कर दिया गया. उसका दर्द से बुरा हाल हो गया था. इस बीच यूथ फेडरेशन के लोगों से घटना की जानकारी मिलने के बाद ETV भारत की मदद से उसे डीकेएस मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने देरी का हवाला देते हुए हाथ खड़े कर दिए.

पढ़े: VIDEO: राम वन गमन पथ से लेकर अनुपूरक बजट तक भूपेश कैबिनेट के फैसले

तो होती हथेली.....
राजधानी में अगर प्रेरणा को सही समय पर इलाज की सुविधा मिल जाती, तो वह आज अपने हाथ वापस पा सकती थी, लेकिन अस्पताल जाने के बावजूद सुविधा नहीं मिलने से आज उसका पंजा उसकी कलाई से अलग हो गया हैं. अब प्रेरणा को अपनी बाकी जिंदगी दो जख्मों के साथ गुजारनी होगी. बिना हथेली के उसे वैसे तो जिंदगी बिताने में व्यव्हारिक समस्याएं आएंगी ही. वहीं उस शख्स द्व्रारा दिया जख्म वो शायद न भूल पाए, जिसके साथ उसने अपने जीवन के सुनहरे सपने देखे थे.

रायपुर: दर्द से कराह रही इस युवती का नाम प्रेरणा मजूमदार है. इसकी इस हालत के लिए वो शख्स जिम्मेदार हैं , जिस पर इसने सबसे ज्यादा भरोसा किया था, जिसके लिए इसने पूरी दुनिया से लड़ाई मोल ले ली थी. उसी शख्स ने बड़ी बेरहमी से धारदार हथियार से प्रेरणा के पंजे को कलाई अलग कर दिया.

इस हथेली से प्रेरणा ने शिशिर का हाथ थामा था, उस पर न जाने क्या खून सवार हुआ कि उसने अपनी पत्नी के उसी हथेली को उसके शरीर से अलग कर दिया. भिलाई के स्मृतिनगर इलाके में हुई इस सनसनीखेज वारदात को सुनकर लोगों का दिल दहल कर रह गया. अपनी हथेली को कटा देख प्रेरणा का हाल बेहाल हो गया. वो इसे फिर से जुड़वाने के लिए संघर्ष करने लगी.

कटी हथेली को जुड़वाने एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल भटकती रही पीड़िता

बॉक्स में रखी थी हथेली
तस्वीर में नजर आ रहे इस बॉक्स में प्रेरणा की हथेली रखी है और वो उसे फिर अपने कलाई से जुड़वाने के लिए रायपुर के अस्पतालों का चक्कर काटने लगी. सबसे पहले वो रायपुर एम्स पहुंची, लेकिन वहां डॉक्टरों ने सुविधा नहीं होने की बात कहते हुए ऑपरेशन के लिए मना कर दिया. इसके बाद वो दूसरे प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंची, वहां भी डॉक्टर नहीं होने के कारण वे तीसरे प्राईवेट अस्पताल गई, लेकिन कई तरह के टेस्ट के बाद ऑपरेशन के लिए मना कर दिया गया. उसका दर्द से बुरा हाल हो गया था. इस बीच यूथ फेडरेशन के लोगों से घटना की जानकारी मिलने के बाद ETV भारत की मदद से उसे डीकेएस मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने देरी का हवाला देते हुए हाथ खड़े कर दिए.

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तो होती हथेली.....
राजधानी में अगर प्रेरणा को सही समय पर इलाज की सुविधा मिल जाती, तो वह आज अपने हाथ वापस पा सकती थी, लेकिन अस्पताल जाने के बावजूद सुविधा नहीं मिलने से आज उसका पंजा उसकी कलाई से अलग हो गया हैं. अब प्रेरणा को अपनी बाकी जिंदगी दो जख्मों के साथ गुजारनी होगी. बिना हथेली के उसे वैसे तो जिंदगी बिताने में व्यव्हारिक समस्याएं आएंगी ही. वहीं उस शख्स द्व्रारा दिया जख्म वो शायद न भूल पाए, जिसके साथ उसने अपने जीवन के सुनहरे सपने देखे थे.

Intro:रायपुर. दर्द से कराह रही इस युवती का नाम प्रेरणा मजूमदार है… इसकी इस हालत के लिए वो शख्स जिम्मेदार है जिस पर इसने सबसे ज्यादा भरोसा किया था, जिसके लिए इसने पूरी दुनिया से लड़ाई मोल ले लिया था, उसी शख्स ने बड़ी बेरहमी से धारदार हथियार से प्रेरणा के पंजे को कलाई अलग कर दिया… जिस हथेली से प्रेरणा ने शिशिर का हाथ थामा था उस पर न जाने क्या खून सवार हुआ कि उसने अपनी पत्नी के उसी हथेली को उसके शरीर से अलग कर दिया…भिलाई के स्मृतिनगर इलाके में हुई इस सनसनीखेज वारदात को सुनकर लोगों का दिल दहल कर रह गया. अपनी हथेली को कटा देख प्रेरणा का हाल बेहाल हो गया, वो इसे फिर से जुड़वाने के लिए संघर्ष करने लगी .. तस्वीर में नजर आ रहे इस बॉक्स में प्रेरणा की हथेली रखी है… और वो उसे फिर अपने कलाई से जुड़वाने के लिए रायपुर के अस्पतालों का चक्कर काटने लगी , सबसे पहले वो रायपुर एम्स पहुंची लेकिन वहां डॉक्टरों ने सुविधा नहीं होने की बात कहते हुए ऑपरेशन के लिए मना कर दिया. इसके बाद वो दूसरे प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंची वहां भी डॉक्टर नही होने के कारण वे तीसरे प्राईवेट अस्पताल गई लेकिन कई तरह के टेस्ट के बाद ऑपरेशन के लिए मना कर दिया गया.. उसका दर्द से बुरा हाल हो गया था… इस बीच यूथ फेडरेशन के लोगो द्वारा घटना की जानकारी मिलने के बाद ईटीवी भारत की मदद से उसे डीकेएस मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने देरी का हवाला देते हुए हाथ खड़े कर दिए….
Body:राजधानी में अगर प्रेरणा को सही समय में ईलाज की सुविधा मिल जाती तो वह आज अपने हाथ वापस पा सकती थी लेकिन अस्पताल जाने के बावजूद सुविधा नही मिलने से आज उसका पंजा उसकी कलाई से अलग हो गया हैं । Conclusion:अब प्रेरणा को अपनी बाकी जिंदगी दो जख्मों के साथ गुजारनी होगी…बिना हथेली के उसे वैसे तो जिंदगी बिताने में व्यव्हारिक समस्याएं आएंगी ही, वहीं उस शख्स द्व्रारा दिया जख्म वो शायद न भूल पाए जिसके साथ उसने अपने जीवन के सुनहरे सपने देखे थे.


एम्बुलेंस के शॉर्ट , अस्पताल ले जाने के शॉर्ट,

बाईट

प्रेरणा के पिता की बाईट मोजो से भेजी गई है।।

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