इंदौर/रायपुर: नोटबंदी के बाद इस वित्तीय वर्ष में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नए आयकर दाताओं की संख्या 20 लाख पार कर चुकी है. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के आयकर प्रमुख अजय कुमार चौहान ने एक रिपोर्ट में बताया कि विमुद्रीकरण और जीएसटी के बाद ये विकास प्रत्यक्ष रूप से दिखा है.
इसके साथ ही नए करदाताओं की संख्या को जोड़ने के बाद अब एमपी और सीजी में 6.82 लाख नए करदाताओं की वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि इस वजह से दोनों राज्यों में करदाताओं की संख्या 20 लाख पार कर चुकी है.
इस वित्तीय वर्ष में दोनों राज्यों से 27,431 करोड़ रुपये का बकाया वसूलने का लक्ष्य है. हमने अब तक 17,928 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं. चौहान ने कहा कि विभाग ने एमपी और सीजी में 870 अचल संपत्तियों की बिक्री और खरीद में अनियमितताएं पायी हैं और कर वसूली के लिए इन मामलों में नोटिस भेजे गए हैं.
उन्होंने कहा कि इन राज्यों में 100 से अधिक संपत्तियों को अस्थायी रूप से बेनामी लेन-देन (निषेध) संशोधन के तहत जोड़ा गया है.