कवर्धा: कवर्धा में धान खरीदी को लेकर दिक्कतें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. दो दिन पहले ही जिले में राइल मिलों की हड़ताल खत्म हुई है. अब जिले के पीएडीएस दुकान के संचालकों ने सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया है. शासकीय राशन दुकान संचालकों ने जिला प्रशासन पर नए बारदाना उपलब्ध कराने का आरोप लगाया है. इसकी वजह से कलेक्टर को पीडीएस संचालकों ने एक साथ इस्तीफा सौंप दिया है.
कवर्धा मंडी में जुटे पीडीएस संचालक: कवर्धा मंडी में पीडीएस संचालक सोमवार को जमा हुए. उसके बाद बारदाने को लेकर सभी ने बातचीत की. बातचीत के बाद पीडीएस दुकान के सेल्समैन और संचालकों ने एक रैली निकाली और कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचे. यहां पुलिस ने उन्हें गेट पर रोक दिया. जिसके बाद पीडीएस संचालक और सेल्समैन कलेक्टर कार्यालय के गेट के बाहर नारेबाजी करने लगे. नारेबाजी के बाद उन्होंने अपना सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया.
प्रशासन फटे 50 फीसदी फटे पुराने बारदाना में राशन उपलब्ध कराता है. जिसकी वजह से सोसायटी में चावल की कमी होती है. प्रशासन धान खरीदी के दौरान शत प्रतिशत नए बारदाना देने का हम पर दवाब बनाती है. इसलिए हमने सामूहिक इस्तीफा देने का फैसला किया- रुपशरण तिवारी, सेल्समैन, पीडीएस दुकान
बीते चार साल से संचालक की तरफ से बारदाना का भुगतान नहीं किया गया है. जिससे दुकान संचालक घाटे में हैं. उसके ऊपर से प्रशासन हम पर ही दबाव बना रही है. जिसकी वजह से संघ ने राशन दुकान बंद करने का फैसला लिया है. आज जिले के सभी दुकान संचालकों ने कलेक्टर को अपना सामूहिक इस्तीफा दिया है-साहिद खान, प्रदेश अध्यक्ष सेल्समैन संरक्षण संघ
राशन दुकान संचालकों ने इस्तीफा दिया है. उनकी मांगें है कि पूर्व में बारदाना जमा किया गया है उसका भुगतान नहीं हुआ है. उसका भुगतान जल्द कराया जाए. इनकी मांगों को शासन स्तर पर भेजा जाएगा-आर बी देवांगन, डिप्टी कलेक्टर, कवर्धा
राशन दुकान संचालकों और सेल्समैन के इस्तीफे से कवर्धा में लोगों को आने वाले समय में दिक्कत हो सकती है. जिला प्रशासन राशन दुकान संचालकों की मांगों को राज्य शासन के पास भेजने की बात कह रहा है. अब देखना होगा कि इस मुद्दे का समाधान कब होता है.