रायपुर: विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर देश सहित प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. लंबे समय से प्रदेश में पर्यटन के विकास के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं बनाकर काम किया गया है. इसके लिए करोड़ों रुपये सरकार के द्वारा खर्च किए गए है. बावजूद इसके प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में विकास दिखता नजर नहीं आ रहा है. जिस अनुपात में प्रदेश में सैलानी आने चाहिए उस अनुपात में सैलानी नहीं पहुंच रहे हैं.
मामले में ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू बताया कि उनकी सरकार के आने के बाद पर्यटन के विकास के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. प्रदेश के सभी पर्यटन स्थल को चिंन्हित कर विकास के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है. इसके लिए इंजीनियरों से पर्यटन स्थल का सर्वे कराया जा रहा है. साथ ही वहां की जरूरतों के हिसाब से विकास का ब्लूप्रिंट तैयार किया जा रहा है. जिसमें पर्यटन स्थलों पर आने वाले सैलानियों को किसी तरह की असुविधा न हो और उन्हें उसी स्थल पर रुकने खाने-पीने सहित खरीदारी करने की व्यवस्था की जा रही है.
ताम्रध्वज साहू ने बताया कि गंगरेल में जल जहाज चलाने की तैयारी की जा रही है. साथ ही दुर्ग में भी जल जहाज चलाने को लेकर विचार किया जा रहा है. इन जगहों पर जल जहाज से किनारे से लेकर बीच में बने टीले तक सैलानियों को पहुंचाया जाएगा. वहां पर एक गार्डन भी विकसित करने का प्लान है. साहू ने गंगरेल को मिनी गोवा के रूप में विकसित करने की योजना पर कहा कि पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा. हालांकि उन्होंने कहा कि एक साथ सब संभव नहीं है, लेकिन इसके लिए योजना बनाई जा रही है.
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बीजेपी की 15 साल की सरकार के दौरान पर्यटन के विकास के लिए संचालित योजनाओं पर ताम्रध्वज साहू ने कहा कि पूर्व में पर्यटन स्थलों के विकास के नाम पर कुछ नहीं किया गया है. बीजेपी शासन में मोटलों का निर्माण किया गया था, लेकिन घटिया निर्माण के चलते उनकी दीवारों में दरारें आ गई है. आगे के प्लान पर सवाल के जवाब में साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए पर्यटन स्थल के आसपास होटल, चाय-पान ठेला समेत दुकानों की व्यवस्था की जा रही है. जिसका सेट तैयार कराया जा रहा है. इसके लिए पर्यटन स्थल को व्यवस्थित करने के लिए इंजीनियरों को भेजा गया है और उनसे सलाह लेकर आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी. ताम्रध्वज साहू ने कहा कि यदि प्रदेश में सैलानियों की संख्या बढ़ेगी तो इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. पर्यटन मंत्री ने 139 पर्यटन स्थलों को लेकर कहा कि आगामी 4 से 6 महीने में प्रदेश के सभी पर्यटन स्थलों पर काम दिखने लगेगा.